पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में कोताही को लेकर सूबे में राजनीतिक माहौल गरमा गया है और इस मुद्दे पर सब एक दूसरे को आंखे दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। लालू की सुरक्षा को कम करने को लेकर जहां सोमवार को लालू समेत उनके दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी पर हमलावर दिखे तो वहीं बीजेपी ने भी लालू परिवार को मुंहतोड़ जवाब दिया। वहीं अब इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उतर आए हैं। नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मिली सुरक्षा के बावजूद इस आदमी में एनएसजी और सीआरपीएफ के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपलब्धता के जरिए लोगों पर रौंब गांठने की मानसिकता घर कर गई है।
नीतीश ने कहा कि साहस व्यक्ति का परिचायक है। आपको बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी सुरक्षा कम करने को लेकर बिहार सरकार और बीजेपी का बचाव किया था। उनका कहना था कि सुरक्षा कम करने का फैसला गृहमंत्रालय का है और इसमें किसी भी तरह की कोई राजनीति नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि गृहमंत्रालय ने लालू समेत 7 अन्य वीआईपी की सुरक्षा में कटौती की है। गृहमंत्रालय का कहना है कि लालू कि सुरक्षा को जेड प्लस श्रेणी से घटाकर ”जेड” कर दिया गया है। इसी के साथ मंत्रालय ने लालू को मिलने वाली ब्लैक कैट कमांडो की और से मुहैया कराए गए एनएसजी कमांडो कवर को भी हटा दिया गया है।
गृहमंत्रालय ने लालू के साथ-साथ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सुरक्षा को भी जेड प्लस श्रेणी से घटाकर जेड कर दिया गया है। लालू प्रसाद के काफिले में पहले एनएसजी कमांडो और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो वाहन शामिल थे। नए निर्देशों के लागू होने के बाद उन्हें 35 सीआरपीएफ कमांडो ही दिए जाएंगे, सभी 8 एनएसजी कमांडो को हटा दिया गया है।