पटना। बिहार में देर शाम को बदले राजनीतिक समीकरण के चलते नीतीश कुमार ने महागठबंधन की सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस महागठबंधन से नाता तोड़ दिया था। उन्होने साफ तौर पर इस महागठबंधन में अब सरकार चलाना मुश्किल हो गया था।
इसके बाद भाजपा ने नीतीश कुमार के समर्थन वाली सरकार को बनाने के लिए अपना समर्थन देने का ऐलान कल देर शाम को ही कर दिया था। इसके बाद नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री आवास पर पार्टी विधायकों के साथ बीजेपी के विधायकों की बैठक आहुत की गई। जिसमें सर्वसम्मति के साथ सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री के तौर पर छठवीं बार नीतीश कुमार को और साथ में भाजपा के विधायक दल के नेता के तौर पर रहे सुशील मोदी को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जायेगी।
हांलाकि इस शपथ को रोकने के लिए कल ही देर रात महागठबंधन के घटक दलों के साथ तेजस्वी यादव ने राजभवन तक अपने समर्थक विधायकों के साथ मार्च कर राज्यपाल से मुलाकात कर विधायकों की परेड तक करा दी। जिसके बाद राज्यपाल ने शपथ तो नहीं रोका लेकिन शपथ के ठीक दूसरे दिन सदन में नीतीश कुमार को अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए भी जरूर कह दिया है।