पटना। बिहार में विधानसभा का तीसरा चरण जल्द ही 7 नवंबर को होने वाला है। इस चरण में 78 सीटों पर मतदाता अपना मतदान करेंगे। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार-प्रसार में लगी हुई हैं। इसी बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आज पूर्णिया में जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कह दिया कि आज चुनाव का आखिरी दिन है और परसों चुनाव है। इसी साथ उन्होंने कहा कि यह मेरा अंतिम चुनाव है। आगे कहा कि अंत भला तो सब भला। नीतीश कुमार पिछले 15 सालों से सत्ता पर काबिज हैं। नीतीश एक जेडीयू के एक कद्दवार नेता हैं।
साल 1977 में अपना पहला चुनाव लड़ा-
बता दें कि नीतीश कुमार लगातार चौथी बार चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में जुटे हैं, वो चुनावी मंच से अपनी उपलब्धियों को गिना रहे हैं। अपने लंबे कार्यकाल के बावजूद वो अपनी सभाओं में कह रहे हैं कि फिर से मौका मिला तो वह बचे हुए काम पूरा कर बिहार को विकसित राज्य बना देंगे। नीतीश कुमार ने साल 1977 में अपना पहला चुनाव लड़ा था। उन्होंने नालंदा के हरनौत से चुनाव लड़ा। यहां से नीतीश कुमार चार बार चुनाव लड़े। जिसमें उन्हें 1977 और 1980 में हार मिली, जबकि 1985 और 1995 के चुनाव में वो विजयी हुए। नीतीश कुमार ने साल 2004 में अपना आखिरी चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें नालंदा से जीत हासिल हुई थी। उसके बाद से नीतीश कुमार ने कोई चुनाव नहीं लड़ा।
नीतीश कुमार ने बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की-
नीतीश कुमार ने साल 1972 में बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की। उन्होंने कुछ समय तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में नौकरी भी की। लेकिन जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया जैसे नेताओं के संपर्क में आने के बाद नीतीश कुमार राजनीति के हो लिए नालंदा से सांसद रहे नीतीश कुमार नवंबर 2005 में NDA के प्रदेश में सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा देकर बिहार विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण की थी। महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल जनता दल (युनाइटेड) के लिए जहां अपनी पुरानी सीटों को बचाए रखना चुनौती है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता 2010 के चुनाव वाली सफलता दोहराने के लिए मेहनत कर रही है।