पटना। नीतीश कुमार पर बड़ा प्रहार करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से एक के बाद एक सवालों की झड़ी लगा दी है। इसके पहले मंगलवार को राजद के मुखिया लालू प्रसाद ने प्रेस कर नीतीश कुमार पर जमकर प्रहार करते हुए उन्हें नसीहत देते हुए कहा था कि झोल-झाल लेलें और जय श्री राम का नारा लगायें पल्टूराम नीतीश कुमार इसके पहले भाजपा के साथ नीतीश कुमार ने सरकार बनने के बाद सोमवार को प्रेस कर विपक्ष और राजद के सवालों पर जबाव देते हुए लालू प्रसाद यादव समेत तेजस्वी पर निशाना साधा था।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल पर सवाल उठाते हुए साफ कहा कि 75 फीसदी उनके मंत्री दागी है इस पर मुद्दे पर नीतीश का क्या स्टैंड हैं। अब किसका इस्तीफा लेंगे या खुद इस्तीफा देगें जनता पूछ रही बतायें मुख्यमंत्री जी इसके साथ ही उन्होने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और उनके भाई पर अवैध सम्पत्ति अर्जित कर अवैध निर्माण कराने का आरोप लगा है। तेजस्वी ने नीतीश कुमार के अंतरात्मा वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि अतंरात्मा की आवाज थी या कुर्सी आत्मा या फिर मोदी आत्मा का डर जिसके चलते महागठबंधन तोड़ कर बिहार की जनता के जनादेश के साथ मजाक किया है। ये जनादेश भाजपा के साथ नहीं बल्कि महागठबंधन के साथ मिला था। नीतीश कुमार जननेता कहते हैं हमको जाति का नेता बोलते हैं तो कुर्मी सम्मेलन में क्या करने गये थे जबाव दें नीतीश कुमार ये अवसरवादी नेता हैं जननेता नहीं हैं।
तेजस्वी एक के बाद एक प्रहार करते हुए नीतीश कुमार पर बरस रहे थे। उन्होने कहा कि हमको तो फंसाया गया लेकिन अब मैं हर मोड़ पर नीतीश से सड़क से लेकर सदन तक सवाल पूछंगा। बिहार की जनता के साथ नीतीश कुमार ने ये फरेब क्यूं किया 4 साल पहले जिस भाजपा से नाता तोड़ कर नीतीश कुमार आये थे जिस पर एक के बाद एक आरोप लगाये थे भाजपा ने भी नीतीश कुमार के डीएनए पर बयान दिया था उस पर अब उनका क्या स्टैंड होगा। नीतीश कुमार अपने आपको सेकुलर का बड़ा नेता कहते हैं जब मंडल कमीशन बना तो नीतीश कुमार बतायें वो कहां थे। कल भी वहीं थे जहां आज है मंडल को छोड़ कमंडल के पाले में क्यूं गये सेकुलर के बड़े नेता नीतीश कुमार जबाव दें। हे राम करते करते जय श्री राम क्यूं कहने लगे नीतीश कुमार जबाव दें।