पटना। बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा है कि साल 2012 में खगड़िया में मुझ पर हमला हुआ था और मैं जानता हूं कि ये हमला किसने करवाया था, लेकिन मैं बताउंगा नहीं। सीएम ने कहा कि अगर कोई मुझ पर गोली या पत्थर चलाता है तो चलाए मैं कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि मैं बदले की कार्रवाई पर विश्वास नहीं करता और मैं अपना काम पहले की तरह ही करता रहुंगा। बक्सर के नंदन गांव में हुए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि मैं अपनी यात्रा पर विकास कार्यों को बारीकी से देखता हूं।
मैं सरकार से नाराज उन महिलाओं की बात सुनना चाहता था, लेकिन इतने में ही वहां पत्थरबाजी शुरू हो गई। लेकिन उस दौरान अगर मैं गाडी से उतरता और मुझे पत्थर लगता तो मैं खुश होता। हालांकि सुरक्षा कर्मियों को पत्थर लगे और उनका खून भी बहा। सीएम ने कहा कि ये कितने आश्चर्य की बात है कि गांव के अंदर लोगों ने पत्थर मारा। लोगों का कहना है कि दलित टोले में न जाने से लोग नाराज थे। सीएम ने कहा कि ये किसी की साजिश थी या कुछ और, ये तो जांच के बाद ही साफ होगा। सीएम ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि लोग राजनीति को पता नहीं कहा ले जाना चाहते हैं।
केंद्र सरकार के बजट को लेकर बिहार के सीएम ने कहा कि हमने जो अपेक्षाएं की थीं उससे ज्यादा केंद्र सरकार ने बिहार को दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की आमदनी बढ़ाने पर जोर दिया गया है। गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग अारोप लगा रहे हैं कि आम बजट में बिहार के साथ पक्षपात हुआ है, वो एक बार बजट को समझ लें। नीतीश कुमार ने कहा कि समय-समय पर केंद्रीय मंत्री बिहार आते रहते हैं और अभी हाल में गडकरी जी भी बिहार आए थे। उनसे पटना में रिंगरोड़ को लेकर बात हुई है। साथ ही पटना से गया फोर लेन पर भी बात हो चुकी है।