लखनऊ। यूपी (Uttar Pradesh) चुनाव की सरगर्मी पूरे शबाब पर है। अब छोटे राजनीतिक दलों ने भी अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। इस बीच सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी दलों ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। पूर्वांचल में एक बड़े वोट बैंक पर मजबूत पकड़ रखने वाली निषाद पार्टी ने भाजपा (BJP) से नाराजगी व्यक्त की है। निषाद पार्टी (Nishad Party) के मुखिया संजय निषाद ने आरोप लगाया है कि उनकी मांगों को बीजेपी ने पूरा नहीं किया है। साथ ही डिप्टी सीएम (Deputy CM) का चेहरा भी बनाए जाने की मांग की है।
संजय निषाद ने टीवी इंटरव्यू के जरिए बीजेपी के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई है। निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने साफ कहा है कि यूपी सरकार में उन्हें भी हिस्सेदारी चाहिए। साथ ही हमारे लोगों की मदद होनी चाहिए। संजय निषाद ने कहा कि गठबंधन के दौरान बीजेपी नेतृत्व ने कई बड़े वादे किए थे, लेकिन उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि हम अपनी शर्तों पर ही सरकार का हिस्सा होंगे।
160 से ज्यादा सीटों पर मजबूत पकड़ होने का दावा
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने दावा किया है उनकी पार्टी की स्थिति पूर्वांचल की 160 से ज्यादा सीटों पर काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे दूसरे विकल्पों को देखेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में उनकी हिस्सेदारी सुनिश्चित होगी तभी वो साथ रहेंगे।
आरक्षण के साथ खिलवाड़ का भी आरोप
संजय निषाद ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि आरक्षण (Reservation) के मानकों के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसको सुधारे जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में वह कई बार सरकार से बात कर चुके हैं, लेकिन कोई स्थाई हल अभी तक नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के साथ खिलवाड़ करने का खामियाजा चुनाव में उठाना पड़ सकता है।
डिप्टी सीएम का चेहरा बनाए जाने की मांग
संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने मांग की है कि उनको यूपी का डिप्टी सीएम (Deputy CM) का चेहरा बनाया जाए। उन्होंने साफ कहा है कि सरकार में अगर हिस्सेदारी तय नहीं होगी तो वो गठबंधन की स्थिति पर फिर से विचार करेंगे। संजय ने कहा है कि उन्होंने बीजेपी की मांगों को पूरा किया है। लेकिन, बीजेपी ने जो वादे हमसे किए थे, उनमें से अधिकांश पूरे नहीं किए गए हैं। ऐसे में उन्हें जब तक डिप्टी सीएम का चेहरा नहीं घोषित किया जाता है, तब तक वे गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे।