नई दिल्ली। कश्मीर में रह कर भारत के विरेध में पाक फंडिंग के जरिए घाटी के माहौल को खराब करने की साजिश रचने का हुर्रियत नेताओं का चेहरा बेनकाब होने के बाद से अब NIA इन नेताओं के पीछे पड़ गई है। हांलाकि इस मामले में हुर्रियत नेता सैय्यद शाह गिलानी पर एनआईए अपना सिकंजा कसती जा रही है। जल्द ही गिलानी को बुलाकर पूछताछ की जा सकती है। लेकिन इस मामले की गम्भीरता और खतरे को भांपते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को सावधान रहने का निर्देश दिया है।
इस मामले में बहुत जल्द NIA गिलानी को जांच में पूछताछ के लिए दिल्ली तलब कर सकता है। इस मामले में पाकिस्तान से घाटी में हो रही फंडिंग को लेकर पहले एक स्टिंग आया था। जिसके बाद NIA ने अपनी जांच शुरू कर दी है। इस मामले में स्टिंग के आने के बाद से हुर्रियत नेता बैकफुट पर आ गये थे। लेकिन एनआईए की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज किया है। इसके बाद से वह इस मामले में जांच पर जुट गई है। लेकिन सुरक्षा से जुड़े सूत्रों की माने तो अब इन अधिकारियों को आंतकी संगठन निशाने पर ले सकते हैं।
इस दौरान इनकी जांच की सूई हाल में हुए ऊधमपुर, पठानकोट और उरी हमलों पर भी टिकी है। क्योंकि एनआईए की तरफ से अब इन मामलों में एक बड़ा इनपुट आ सकता है। पाक की तरफ घाटी में की जारी फंडिंग का खुलासा होने के बाद अब हुर्रियत नेताओं पर NIA की गाज गिरना तय है। इस मसले में NIA प्रवर्तन निदेशालय से फंडिंग के श्रोतों का पता लगाने के लिए मदद ले सकता है। सूत्रों की माने तो इस मामले में अब NIA ने फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। जिससे हुर्रियत नेताओं के खातों में पैसों की हो रही हेरा-हेरी की तह तक जाया जा सके।
इसके साथ ही NIA ये भी पता लगाने में जुटी है कि ये पैसा कैसे पत्थरबाजों तक पहुंचाया जाता था। सूत्रों की माने तो इस मामले की जांच में एसपी , डीआईजी लेवल और आई लेवल के अधिकारी लगे हुए हैं। इस वक्त इस पूरी फंडिंग की सूई हुर्रियत नेता सैय्यद अली शाह गिलानी के ऊपर जा रही है। इसलिए अब इस मामले में NIA सख्त तेवर लेते हुए जल्द ही गिलानी को दिल्ली बुलाकर पूछताछ कर सकती है।