उत्तर प्रदेश में आतंकरोधी अभियान के तहत एनआईए और एटीएस की संयुक्त छापेमारी अभी जारी है। टीम ने अमरोहा के मोहल्ला कैलसा बाईपास स्थित एक कबाड़ी के गोदाम में छापा मारा। पूछताछ के लिए यहां से दो कबाड़ियों को हिरासत में लिया गया। इस दौरान टीम लगभग 3 घंटे तक वहीं जमी रही। इससे पहले कल अमरोहा से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों की निशानदेही पर अमरोहा और दिल्ली के पांच स्थानों पर एनआईए और एटीएस की संयुक्त टीमों ने फिर छापे मारे।
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आपको बता दें कि छापे की कार्रवाई मंगलवार देर शाम तक जारी रही। रात में पुलिस ने किराने की दुकान चलाने वाले दो भाइयों को हिरासत में लिया था। इन पर गंधक और पोटाश बेचने का आरोप है। इनमें से एक भाई अयूब को एनआईए ने पूछताछ के लिए दिल्ली आने को कहा है।
दो और लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। लगभग पौने ग्यारह बजे एनआईए की टीम दिल्ली निकल चुकी थी। गौरतलब है कि रिमांड पर लिए गए एक आरोपी सईद को लेकर मंगलवार की सुबह संयुक्त टीम नौगांवां सादात थाना क्षेत्र में स्थित सईद के गांव सैदपुर इम्मा पहुंचीं। पहले सईद के घर से कथित रूप से आरडीएक्स में मिलाए जाने के लिए गंधक की पिसाई में प्रयोग सिल-बट्टा, परात और दूसरी सामग्री बरामद की थी।
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मालूम हो कि 26 दिसंबर को आतंकी मॉडल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ के नाम से काम कर रहा था। एनआईए ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मेरठ समेत 17 ठिकानों पर छापामारी की। छापेमारी के दौरान एनआइए ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने जानकारी दी थी कि यह माड्यूल फिदाइन और रिमोट कंट्रोल से धमाका करने के लिए पूरी तरह तैयार था। जो विस्फोटक सामान छापेमारी के दौरान बरामद हुए हैं। उनसे साफ है कि उनकी कई जगहों पर धमाका मचाने की साजिश थी।
एनआईए के मुताबिक यह मॉड्यूल एक साथ कई स्थानों पर आतंकी हमले की साजिश बना रहा था। लेकिन एनआईए ने जगह के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया है। आलोक मित्तल ने कहा था कि इस बारे में अभी पूछताछ की जा रही है।
मित्तल ने कहा था कि इस मॉड्यूल के तार आईएस से जुड़े होने के सबूत नहीं मिलें हैं। लेकिन इस बड़ी साजिश का मुख्य सरगना मुक्ति सुहैल एक विदेशी व्यक्ति के साथ लगातार संपर्क में था। इस विदेशी आका की पहचान और उसके सक्रिय होने के स्थान की पड़ताल की जा रही है। साथ ही उन्होने कहा कि यह आतंकी मॉड्यूल से जुड़ी वेबसाइटों को नियमित रूप से देता था। इस बात की पुष्टि छापेमारी के दौरान बरामद 3 लैपटॉप से हुई है।