लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति का तीसरा चरण 21 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो कई मायनों में खास होगा। शुक्रवार को लोकभवन में समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, अब तक के दो चरण में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने और अधिकारों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिहाज से उपयोगी सिद्ध हुए हैं। अब नए चरण में इन दो विषयों के साथ स्वावलंबन पर फोकस करना होगा।
दिसंबर तक गठित होंगे एक लाख नए स्वयं सहायता समूह
महिलाओं के समग्र सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने सोनभद्र, चंदौली, मीरजापुर, बलिया, गाजीपुर, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, रायबरेली, सुल्तानपुर, अमेठी, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, रामपुर और झांसी की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की तर्ज पर उत्पादक इकाइयों के गठन के निर्देश दिए हैं। यही नहीं, दिसंबर तक एक लाख नए स्वयं सहायता समूहों के गठन का भी लक्ष्य रखा गया है।
सीएम योगी ने अभियान के तहत ग्रामीण अंचलों में खेतिहर श्रमिक, पशुपालक, ईंट-भट्ठों पर काम करने वाली महिलाओं, स्कूल ड्रॉपआउट बेटियों पर ध्यान केंद्रित करके शक्ति मोबाइल द्वारा जागरुकता व प्रवर्तन का अभियान चलाने की जरूरत भी बताई। उन्होंने महिला एवं बाल विकास, माध्यमिक, बेसिक व उच्च शिक्षा, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, नगर विकास, युवा कल्याण सहित सभी संबंधित विभागों को मिशन शक्ति के नए चरण के दौरान महिला हित से जुड़ीं सरकार की योजनाओं से महिलाओं को लाभान्वित करने के भी निर्देश दिए।
महिलाओं की समस्याओं को लेकर दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, महिला से जुड़े अपराध हो अथवा उनकी कोई अन्य समस्या, सभी कार्यालय इनका समाधान शीर्ष प्राथमिकता के साथ करना सुनिश्चित करें। ग्राम विकास विभाग की कार्ययोजना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन ग्राम सचिवालय को ग्राम पंचायतों को एक व्यवस्थित स्वरूप देने वाला बताया।
यूपी सीएम ने कहा कि, गांवों में सामुदायिक शौचालय, बीसी सखी जैसे प्रयास महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे। उन्होंने अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग को महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की जांच के विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। वहीं, शिक्षा विभाग को लैंगिक संवेदनशीलता, अभिभावकों में जागरुकता, किशोरी बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति सचेत करने जैसे प्रयास करने पर बल दिया।