येरुशलम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सच्चा दोस्त बताने वाले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश की गई है। हालांकि नेतन्याहू ने अपने पद से इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है। आपको बता दें कि इजारइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर कथित तौर पर भ्रष्टाचार के दो मामलों में अभ्यारोपित किए गए हैं। इसी के साथ उन पर हॉलीवुड फिल्मों के निर्माता ऑरनॉन मिलकैन से रिश्वत लेने और मीडिया में सकारात्मक कवरेज के लिए महंगे तोहफे देने का भी आरोप लगा है।
पुलिस के मुताबिक उनके पास इजराइली पीएम के खिलाफ पर्याप्त मात्रा में सबूत मौजूद है। पुलिस ने कहा कि प्रधानमंत्री पर रिश्वत लेने, धोखाधड़ी करने और भरोसा तोड़ने के आरोपों में मुकदमा चलना चाहिए। वहीं इजरायली पीएम नेतन्याहू ने अपने ऊपर लग रहे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि इन आरोपों से कोई नतीजे नहीं निकलने वाला और मैं पद पर चुनाव होने तक बना रहूंगा। प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर मुकदमा चलाने का फैसला अटार्नी जनरल की राय पर निर्भर करेगा।
इस मामले पर इजरायल के न्याय मंत्री आयलेत शाकेड ने कहा कि पीएम को जिन अपराधों के लिए अभ्यारोपित किया गया है उनमें इस्तीफा देने की बाध्यता नहीं है। इजरायली मीडिया के मुताबिक जांच के दौरान पुलिस ने पीएम से करीब सात बार पूछताछ की ह, जिसके बाद पुलिस ने ये सिफारिश की है। बताते चलें कि ये पहली बार नहीं है जब नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, इससे पहले भी कई मामलों पर उन पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में उन पर जर्मनी से खरीदे गए युद्धपोतों में गड़बड़ी और 2009 में चुनावों के दौरान रिश्वत लेने का आरोप लग चुका है।