नई दिल्ली। पूरे लावा लश्कर के साथ भाजपा अध्यक्ष अमितशाह और केन्द्रीय मंत्रों के साथ सांसदों का हुजूम आखिरकार संसद तक राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को लेकर आ पहुंचा। इस दौरान सभी सहयोगियों पार्टीओं से आये नेता भी रामनाथ कोविंद के साथ नामांकन के काफिले में मौजूद रहे । इस पूरे काफिले में 20 राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का समर्थन कर रहे क्षेत्रीय दलों के नेताओं का भी जमावड़ा लगा रहा है।
विपक्ष ने मीरा कुमार को उतार कोविंद के खिलाफ
इसके पहले कल विपक्ष की मैराथन बैठक हुई थी। हांलाकि विपक्ष ने पहले ही एनडीए की उम्मीदवार के समर्थन पर इनकार कर अपना प्रत्याशी उतारने की बात कह दी थी। सूत्रों की माने तो विपक्ष की ओर से 7 नामों पर विचार किया जा रहा था । लेकिन अन्तत: मीरा कुमार के नाम पर पूरे विपक्ष की सर्वसहमति बन गई। मीरा कुमार के नाम का प्रस्ताव एनसीपी नेता शरद पवार ने किया। इसके बाद सभी ने मीरा कुमार के नाम पर सहमति जाहिर कर दी।
नीतीश का एनडीए के पाले में जाना अखरा
लेकिन इसके पहले ही एनडीए के उम्मीदवार पर विपक्ष के कई सहयोगी टूटकर जा चुके हैं। जिन्होने रामनाथ कोविंद का समर्थन करने की बात कही है। इसमें नीतीश कुमार का जाना विपक्ष के लिए सबसे बुरा रहा है। हांलाकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश के समर्थन ना देने को लेकर कहा कि इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। वहीं बिहार सरकार में जेडीयू की बड़ी सहयोगी पार्टी राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इसे नीतीश कुमार की एतिहासिक भूल बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की बेटी का समर्थन करना चाहिए। एनडीए के उम्मीदवार समर्थन कर नीतीश कुमार बड़ी भूल कर रहे हैं।
रॉयसीना हिल्स की गणित में कोविंद
इस वक्त अगर एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविद की मतों को लेकर गणना की जाये तो दरअसल चुनाव में कुल विधायकों की संख्या 4120 है जिसके मत 5,49,474 हैं। इसके साथ ही सांसदों की संख्या 776 है जिसके कुल वोटों की संख्या 5,49,408 है। अगर इनकी कुछ संख्या देखी जाये तो कुल वोट 1,098,882 हैं। राष्ट्रपति के लिए जीत हासिल करने वाले उम्मीदवार को 5,49,442 वोटों की जरूरत होती है। मौजूदा वक्त में एनडीए के पार 5 लाख 32 हजार वोट हैं। ऐसे में उसे महज 17422 वोटों की दरकार है।
एनडीए के समर्थन दे चुकी वाईएसआर कांग्रेस के पास 17,666 वोट हैं तो वहीं टीआरएस के पास 22,480 वोट हैं इसके साथ ही अब नीतीश के ऐलान के बाद जेडीयू के पास 20 हजार 935 वोट भी एनडीए के पाले में आ गिरे हैं। वहीं बीजेडी और अन्नाद्रमुक के समर्थन के बाद वोट 6 लाख से ज्यादा कोविंद के पाले में आ सकते हैं।
अब इस गणित के साथ कोविंद की जीत को एनडीए पहले ही सुनिश्चित कर चुकी है। ऐसे में मीरा कुमार और रामनाथ कोविंद दोनों के दूसरे के आमने सामने आ गये है। इस पूरी रेस में रामनाथ कोविंद सबसे आगे माने जा रहे हैं।
अजस्र पीयूष