नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने घोषणा की है कि वह आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में 200 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस के लिए यह बुरी खबर हो सकती है, क्योंकि शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी ने पहले के चुनावों भी कुछ सीटों में कांग्रेस की जीत की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया था।
एनसीपी का घोषणापत्र जारी
वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य राजेंद्र जैन और पार्टी के गुजरात इकाई के प्रवक्ता नकुल सिंह ने शुक्रवार को भोपाल में एनसीपी का घोषणापत्र जारी किया। दोनों नेताओं ने संवाददाताओं से कहा, “हम राज्य में समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं। हम मध्यप्रदेश में कुल 230 सीटों में से 200 सीटों से ज्यादा पर चुनाव लड़ेंगे।”
11 दिसंबर को जारी किये जाएंगे परिणाम
230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान होंगे और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी। जैन और सिंह ने कहा कि पार्टी किसानों के ऋण माफ करने के अलावा उन्हें मुफ्त पानी और बिजली मुहैया कराएगी। उन्होंने वादा किया, “पार्टी महिलाओं की सुरक्षा के लिए बाजार के इलाकों में मार्शल तैनात करेगी।”
एनसीपी के नेताओं ने दावा किया कि भाजपा के 15 सालों के शासन के कारण राज्य के लोगों को मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि एनसीपी युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने की दिशा में काम करेगा।
एनसीपी ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी व्यवस्था के तहत लाने का भी वादा किया ताकि लोगों को ईंधन की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी से राहत मिल सके।
मध्यप्रदेश में पार्टी का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2003 में था जब काजी बुरहानपुर से जीते थे और पार्टी को छह अन्य सीटों में एक सम्मानजनक वोट मिला – सेंधवा (21.4 फीसदी), दतिया (16.4 फीसदी), लांजी (12.7 फीसदी), वारासिवनी (12.6 फीसदी), महिदपुर (12.3 फीसदी) और भिकानगांव (10.6 फीसदी)।