इंडिया गेट पर पिछले 50 सालों से लगातार जल रही अमर जवान ज्योति का शुक्रवार यानी आज नेशनल वॉर मेमोरियल में जल रही लौ में विलय किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक अमर जवान ज्योति की लौ का एक हिस्सा नेशनल वॉर मेमोरियल अमर चक्र की लौ के लिए ले जाया जाएगा। केंद्र सरकार के इस कदम को लेकर विपक्ष की ओर से कई तीखे वार किए जा रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि अमर जवान ज्योति को लेकर बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही है।
केंद्र सरकार के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ” अमर जवान ज्योति लॉ को बुझाया नहीं जा रहा है, बल्कि इस लौ को नेशनल वॉर मेमोरियल में जल रही लौ साथ मिलाया जा रहा है। केंद्र का कहना है कि यह अजीब बात है कि अमर जवान ज्योति को 1971 और अन्य युद्ध में जान गवाने वाले जवानों की श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित किया गया है। लेकिन उनका वह कोई नाम मौजूद नहीं है।
भारत-पाकिस्तान युद्ध 3 दिसंबर से 16 दिसंबर 1971 तक चला। जिसमें भारत के निर्णायक जीत और बांग्लादेश अस्तित्व में आया। इस पूरे अभियान में भारत के कई वीर जवानों को अपनी जान की आहुति देनी पड़ी।
1971 में युद्ध समाप्त होने के बाद 3843 शहीद वीर जवानों की याद में अमर ज्योति जलाने का फैसला लिया गया। जगह के रूप में इंडिया गेट को चुना गया। तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 यानी भारत के देश में गणतंत्र दिवस के मौके पर अमर जवान ज्योति का इंडिया गेट में उद्घाटन किया।
केंद्र सरकार के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकार का यह भी तर्क है कि 1971 के युद्ध सहित स्वतंत्रता के बाद युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों का नाम नेशनल वॉर मेमोरियल में रखा गया है। इसीलिए युद्ध में अपना सब कुछ निछावर करने वाले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देने वाली ज्योति यहां स्थापित होनी चाहिए।
वहीं सूत्रों के मुताबिक सरकार के इस फैसले की आलोचना करने वाले विपक्षी नेताओं पर केंद्र सरकार ने कहा कि “विडंबना यह है कि जिन लोगों ने 7 के दशक तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनवाया, वह अब हंगामा कर रहे, जब युद्ध में जान गवाने वाले हमारे शहीदों को स्थायी व उचित श्रद्धांजलि दी जा रही है।”
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2022
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए कहां है कि “बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!”