नई दिल्ली: भारत एक बार फिर ब्रीक्स सम्मेलन आयोजित कराने की तैयारी कर रहा है। हालांकि इसबार होने वाले ब्रीक्स सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल होंगे। वहीं इस सम्मेलन का आयोजन राजधानी दिल्ली में साल के आखिरी 6 महीने में किया जाना है। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पैन्गौन्ग पर हुए सैन्य डिसएंगेजमेंट के बाद अब भारत इसी साल BRICS सम्मेलन कराने की तैयारी कर रहा है।सबसे अहम बात ये है कि इसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे।
क्या भारत और चीन के रिश्तों पर आएगी मिठास?
अगामी ब्रीक्स सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति के शामिल होने की चर्चा इस समय इसलिए भी चर्चा का बड़ा विषय बनी है, क्योंकि क्योंकि पैन्गौन्ग पर हुए सैन्य डिसएंगेजमेंट के बाद भारत ने चीन के प्रति खूब नराजगी जताई थी। लेकिन अब भारत इसी साल BRICS सम्मेलन कराने की तैयारी कर रहा है और उसमें चीन के राष्ट्रपति के शामिल होने की बातें सामने आ रही है। गौरतलब है कि कोविड के विश्व में बढ़ते मामले को देखते हुए कोई भी देश ऐसे किसी भी समिट का आयोजन नहीं कर रहा मगर भारत सरकार के सूत्रों के मुताबिक इस बात की प्रबल संभावना है कि BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेने आने वाले सभी देशों के प्रतिनिधियों व संबंधित अधिकारियों को तब तक कोरोना की वैक्सीन लग चुकी होगी।
मोदी और शी जिनपिंग के बीच फिर होगी द्विपक्षीय वार्ता
एक विशेष सूत्रों से पता है कि ब्रीक्स सम्मेलन में एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी।इन सबके बीच जानकारों का कहना है कि पैन्गौन्ग के डिसएंगेजमेंट के बाद ये कूटनीतिक लिहाज़ से बेहद अहम कदम साबित होगा। गौरतलब है कि इस बात पर संशय जरूर बना हुआ था कि दोनों देशों के बिगड़े रिश्तों में बने तल्खी के बाद चीन भारत के आयोजित किए जाने वाले सम्मेलन पर क्या रुख अपनाता है। बहरहाल दो दिन पहले हीं चीनी विदेश मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर इसका स्वागत भी कर दिया था।