चेन्नई। बुधवार सुबह 10.30 बजे एडीएमके के दो गुट्टों के बीच पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर विवाद में मुख्य चुनाव आयोग नाज़िम ज़ैदी के सामने सुनवाई होगी। शशिकला के तरफ से वरिष्ठ वकील मोहन परासरण और सलमान खुर्शीद प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं, ओपीएस के पक्ष को बल देंगे हरीश साल्वे।
इस पर कहा जा रहा है अगर आयोग आज शाम तक अपना फैसला सुनाता है और खासकर ये निर्णय अगर शशिकला के खिलाफ हो तो, राज्य की राजनीति में उथल-पुथल होने की सम्भावना है। इसका कारण यह है कि अगर शशिकला महासचिव ही नहीं रही तो टी टी वि दिनाकरन को पार्टी में वापस लेना और उनको उपमहासचीव बनाना भी अवैध हो जाएगा। व्यापक सहमति इस पर है कि आयोग चिह्न को फ्रीज कर सकता है।