केदारनाथ धाम के दर पर मत्था टेकने वाले तीर्थयात्री तथा श्रद्धालु अब संगम घाट के निकट ओम प्रतिमा के दर्शन भी कर पाएंगे. लोनिवि गुप्तकाशी ने तीर्थ यात्रियों की आस्था को देखते हुए इस स्थान पर कॉपर से बना हुआ 4 मीटर लंबा और 3 मीटर चौड़ी ओम की प्रतिमा स्थापित की है.
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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण तथा कई नव निर्माण के कार्य चल रहे हैं. ऐसे में शंकर भोले का सूक्ष्म अकार, उकार और मकार स्वरूप को इंगित करती ओम प्रतिमा की स्थापना तीर्थ यात्रियों की आस्था अध्यात्म का केंद्र बन चुका है. लोक निर्माण विभाग गुप्तकाशी ने इस प्रतिमा को स्थापित किया गया है.
आगामी कुछ दिनों में इस स्थान पर पूजा अर्चना भी शुरू की जाएगी.बता दें इस बार चारधाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इनमें सबसे अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. बारिश, बर्फबारी और मौसम की दुश्वारियों के बीच भी केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा 3 लाख के पार पहुंच गया है. हर दिन हजारों तीर्थ यात्री केदारधाम में मत्था टेकेने के लिए पहुंच रहे हैं. सरकार और प्रशासन भी यात्रियों के उत्साह को देखते हुए एक्टिव है.
चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. यात्रा मार्गों पर डॉक्टरों की तैनाती की गई है. पुलिस फोर्स के साथ ही किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए चारधाम यात्रा मार्गों पर एनडीआरफ और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है.
एक ओर जहां भगवान केदारनाथ धाम की यात्रा चल रही है वहीं दूसरी ओर धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी जारी हैं. इन्ही पुनर्निर्माण कार्यों के तहत धाम में ओम चिन्ह की प्रतिमा स्थापित की गई है. यह ओम केदारनाथ मंदिर से लगभग 200 मीटर आगे गोल चबूतरे में लगाया गया है. वडोदरा गुजरात के एक डिजाइनर की ओर से डिजाइन किए गये इस ओम चिन्ह में मात्र लाइटिंग होने का कार्य शेष रह गया है. लाइटिंग होने के बाद यह रात के समय में जगमगाएगा. इस ओम चिन्ह का वजन छह टन है और यह पूरी तरह से कांसे से बना हुआ है.