अमरोहा, यूपी। जहां एक ओर सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का अभियान चला रही है तो वहीं उत्तर प्रदेश के अमरोहा में नेशनल खिलाड़ी को बेटी पैदा करने पर उसके पति ने फोन पर ही तलाक दे दिया है। अब इस मुस्मिल महिला ने योगी आदित्नाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है।
ट्रिपल तलाक ने की जिंदगी बर्बाद:-
कई मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर चुका ट्रिपल तलाक के किस्से आए दिन सामने आते रहते है। आंखों में आंसू और इंसाफ की गुहार लगाए ये महिलाओं पिछले कई दिनों में योगी सरकार के जनता दरबार भी पहुंची। जहां पर योगी आदित्यनाथ ने इन्हें न्याय का भरोसा भी दिया। इसी कड़ी में नेशनल खिलाड़ी रह चुकी शुमायना ने भी यूपी के सीएम से अपने साथ हुई नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाई है और न्याय की गुहार लगाई है।
दहेज के लिए जलाने की भी की गई कोशिश:-
शुमायना बचपन से ही एक बेहतरीन खिलाड़ी रही है। उसने नेटबॉल में 7 बार नेशलन और 4 बार ऑल इंडिया प्रतियोगिता में हिल्सा ले चुकी है। शुमायना की शादी 9 फरवरी साल 2014 को हुई थी। उसका शौहर लखनऊ के गोसाईगंज के फारुख अली के बेटे आजम अब्बाली से हुआ था। पीड़ित महिला का कहना है कि निकाह के कुछ समय बाद ही ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान करने लगे। यहां तक की मांग पूरी ना होने पर जलाकर मारने की कोशिश भी की। जब उसके गर्भवती होने की बात उन्हें पता चली तो लिंग परीक्षण भी करवाया। जांच में बेटी होने पर उन्होंने उससे किनारा कर लिया।
बेटी होने पर ससुराल वालों ने मोड़ा मुंह:-
शुमायना का कहना है कि बेटी के जन्म के बाद जब वो ससुराल गई तो उसे वहां से मारपीट के निकाल दिया गया। यहां तक की उसे दूसरे आदमी के लिए सरोगेट बनने का भी दवाब बनाया गया। 25 अप्रैल 2015 को उसने परिवार वालों को खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला भी दर्ज कराया तो पति ने दुबई से व्हाट्सएप पर तलाक दे दिया। पीड़िता से इस पूरे मामले पर योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर मदद की गुहार लगाई है और उसे उम्मीद है कि वो जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेंगे।
जानिएं क्या है ट्रिपल तलाक पर योगी आदित्यनाथ की राय