केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम ये मानते हैं कि आतंकवाद के खतरे को किसी धर्म, राष्ट्रीयता या समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और न ही इसे जोड़ा जाना चाहिए।
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ये बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को काउंटर-टेररिज्म फाइनेंसिंग पर तीसरे ‘नो मनी फॉर टेरर’ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कही।
Addressing a session on ‘Global Trends in Terrorist Financing and Terrorism’ at ‘No Money for Terror’ Ministerial Conference on Counter-Terrorism Financing. Watch Live!#NMFT2022 https://t.co/NEmIZkS0mp
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2022
डार्क नेट का इस्तेमाल कर रहे हैं आतंकी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि आतंकवाद का वित्तपोषण (टेरर फंडिंग) आतंकवाद से कहीं अधिक खतरनाक है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी लगातार हिंसा को अंजाम देने, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और वित्तीय संसाधन जुटाने के नए तरीके खोज रहे हैं. आतंकवादी अपनी पहचान छुपाने और कट्टरपंथी सामग्री को फैलाने के लिए डार्क नेट का इस्तेमाल कर रहे हैं.
पाकिस्तान पर किया हमला
अमित शाह ने क पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से कुछ देश ऐसे भी हैं, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयासों को कमजोर और नष्ट करना चाहते हैं।