केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गोरखाओं से जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिल्स, तराई और डुआर्स क्षेत्र के गोरखा प्रतिनिधियों किस्सा त्रिपक्षीय वार्ता आरंभ की।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, “गृह मंत्रालय ने दार्जिलिंग हिल्स, तराई और डूआर्स क्षेत्र और पश्चिम बंगाल सरकार के गोरखा प्रतिनिधियों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता शुरू की।”
किन मुद्दों पर हुई चर्चा
मंत्रालय ने अपने जारी बयान में आगे कहा है कि, “पश्चिम बंगाल गोरखाओं से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के उद्देश्य से बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई।” गोरखा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट और गोरखाओं और क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए बातचीत आरंभ की गई।”
दूसरे दौर की वार्ता नवंबर में
गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, “केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गोरखों से जुड़े सभी मुद्दों पर सभी संबंधित पक्षों की बात सुनी और नवंबर 2021 में पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में दूसरे दौर की वार्ता बुलाने का फैसला किया है।
दूसरे दौर की वार्ता में पश्चिम बंगाल सरकार की वरिष्ठ अधिकारी होंगे शामिल
वही जारी बयान में आगे कहा गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार से विशेष रूप से दूसरे दौर की वार्ता में वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने के लिए कहा गया है। दार्जिलिंग पहाड़ियों, तराई और डुआर्स क्षेत्र का सर्वांगीण विकास और समृद्धि नरेंद्र मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
बैठक में कौन से नेता थे शामिल
पहले दौर की इस बातचीत में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री जॉन बारला, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, जनजातीय मामलों के मंत्रालय के सचिव अनिल कुमार झा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।v