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अफगानिस्तान के हालातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की बैठक, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री रहे मौजूद, जानिए, क्या हुई चर्चा?  

906015 pm modirussia अफगानिस्तान के हालातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की बैठक, गृहमंत्री और रक्षा मंत्री रहे मौजूद, जानिए, क्या हुई चर्चा?  

अफगानिस्तान के हालातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक की है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सीडीएस जनरल बिपिन रावत मौजूद रहे।

अफगानिस्तान के हालातों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की बैठक

तालिबान ने आज पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा करने का दावा किया है। पंजशीर भी अब तालिबान के कब्जे में आ चुका है। ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के हालातों पर बैठक की है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सीडीएस जनरल बिपिन रावत मौजूद रहे। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

पंजशीर पर भी कब्जा जमा चुका है तालिबान!

तालिबान ने सोमवार को दावा किया है कि उसने पंजशीर पर भी कब्जा कर लिया है। हालांकि पंजशीर में तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने दावों को खारिज किया है। अहमद मसूद ने कहा है कि लड़ाई अब भी जारी है। वहीं पंजशीर पर कब्जे के बाद तालिबान ने कहा कि वो पंजशीर के माननीय निवासियों को आश्वासन देते हैं कि उनके साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा, सभी हमारे भाई हैं और हम सभी को देश की सेवा तथा समान हितों के लिए काम करेंगे।

मुल्ला अब्दुल गनी कर सकते हैं सरकार का नेतृत्व

अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार का नेतृत्व संगठन के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर कर सकते हैं। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर काबिज होने के बाद दूसरी बार, काबुल में नयी सरकार के गठन की घोषणा स्थगित की है। यही नहीं तालिबान के शीर्ष धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुनजादा अफगानिस्तान के सुप्रीम लीडर होंगे।

15 अगस्त को किया था अफगानिस्तान पर कब्जा

तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया था। जिसके बाद से ही तालिबान ने वहां सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी थी। लेकिन अभी भी तालिबान के कब्जे से पंजशीर दूर था। ऐसे में सोमवार को तालिबान की ओर से ये दावा किया गया कि पंजशीर पर भी उसने कब्जा कर लिया है और पूरे अफगानिस्तान पर अब उसका कब्जा है। बता दें कि तालिबान के लड़ाकों को काबुल की तरफ बढ़ता देख राष्ट्रपति अशरफ गनी देश थोड़कर चले गए थे।

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