कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया भर में पैर पसारना शुरू कर चुका है। भारत में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ओमिक्रॉन से देश में अब तक 21 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
ओमिक्रॉन के बढ़ते कहर से बढ़ी चिंता
कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया भर में पैर पसारना शुरू कर चुका है। भारत में भी ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ओमिक्रॉन से देश में अब तक 21 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 2 दिसंबर को ओमिक्रॉन का पहला केस आया था जिसके बाद से अब तक 21 लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। देश के कई हिस्सों में ओमिक्रॉन के मरीज मिलने से चिंता बढ़ गई है। राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली में ओमिक्रॉन दस्तक दे चुका है।
जयपुर में 9 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि
जयपुर में 5 दिसंबर को ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 9 मरीज मिले। यहां दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे एख परिवार के चार लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसमें माता-पिता और उनकी दो बेटियां शामिल हैं।
रविवार को एक दिन में मिले 17 नए मरीज
रविवार को एक दिन में ओमिक्रॉन के 17 नए मरीज मिले। राजस्थान के जयपुर में 9, महाराष्ट्र में 7 और राजधानी दिल्ली में 1 मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला। अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट राजधानी दिल्ली समेत 5 राज्यों में फैल चुका है। सबसे ज्यादा 9 मरीज राजस्थान में, 8 मरीज महाराष्ट्र में, 2 कर्नाटक में, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज सामने आ चुके हैं।
कर्नाटक में मिला था ओमिक्रॉन का पहला केस
देश में पहला और दूसरा ओमिक्रॉन का केस कर्नाटक के बैंगलुरू में मिला था। 66 साल के बुजुर्ग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए थे। 2 दिसंबर को कर्नाटक में दो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले थे। दूसरे मरीज की उम्र 46 साल की थी, लेकिन यहां हैरान करने वाली बात ये थी कि इन्होंने न तो दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी और न ही वहां से यात्रा कर लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
4 दिसंबर को गुजरात-महाराष्टर में फैला था ओमिक्रॉन
इसके बाद 4 दिसंबर को गुजरात-महाराष्ट्र तक ओमिक्रॉन फैल गया था। इस दिन गुजरात औऱ महाराष्ट्र के ठाणे से ओमिक्रॉन के दो नए मामले सामने आए थे। जिम्बाब्वे से गुजरात के जामनगर लौटे 72 साल के बुजुर्ग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले थे। वहीं महाराष्ट्र के डोम्बिवली में कैपटाउन से लौटा शख्स भी ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला था।