किसान कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा पर किसानों के प्रदर्शन के बीच विभिन्न जगहों पर आज किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में आज हरियाणा के करनाल में महापंचायत की घोषणा की गई है। हालांकि कार्यक्रम के मद्देनजर करनाल समेत पड़ोसी जिलों में इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है।
यातायात हो सकता है बाधित
हरियाणा पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि किसानों की महापंचायत के कारण करनाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए यातायात बाधित हो सकता है। ऐसे में वाहन चालको और दिल्ली अंबाला के बीच हाईवे 44 पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी। हालांकि राजमार्गों पर अभी तक नियोजित रूट डिविजन को लागू नहीं किया गया है।
चार जिलों में इंटरनेट सेवा निलंबित
कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए करनाल के आसपास के 4 जिलों में इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है। जिसमें कुरुक्षेत्र, जींद, कैथल और पानीपत शामिल है।
28 अगस्त को लाठीचार्ज के विरोध
आपको बता दें 28 अगस्त को किसानों पर लाठीचार्ज किया गया था जिसके विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने आज हरियाणा के करनाल में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया है। इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी करते हुए कहा था कि किसानों की सर फोड़ने का हुक्म देने वाले अफसर के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय सरकार ने उन्हें इनाम दिया है इसलिए इसके विरोध में होने वाली पंचायत आयोजित किया जाएगी।
किसानों की क्या है मांग
किसान मांग कर रहे हैं कि 28 अगस्त को पुलिस कार्यवाही का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी और प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। साथ ही किसानों की मांग है की घरुंडा के एक किसान सुशील काजल के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है, जिन्हें लाठीचार्ज में सिर में चोट लगी थी और बाद में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। और किसान घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं।