गुजरात दंगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बने BBC की एक डॉक्यूमेंट्री पर इन दिनों देश में बवाल मचा हुआ है। सत्तारूढ़ बीजेपी और मोदी सरकार जहां इस डॉक्यूमेंट्री के जरिए देश और प्रधानमंत्री की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
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वहीं कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल इसका पुरजोर समर्थन कर रहे हैं और इस पर लगाए गए प्रतिबंध की तीखी आलोचना कर रहे हैं। इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस के घर में ही फूट पड़ गई है। कांग्रेस नेता अनिल एंटनी ने डॉक्यूमेंट्री पर मोदी सरकार का साथ दिया है। जिस पर कांग्रेस बिफड़ी हुई है। अनिल एंटनी ने अब इस मुद्दे पर पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। अनिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे हैं। एके एंटनी केरल के मुख्यमंत्री के तौर पर भी काम चुके हैं। अनिल एंटनी हाल तक कांग्रेस की केरल ईकाई के डिजिटल विंग की कमान संभाल रहे थे।
बुधवार को ट्वीट कर इस्तीफे का ऐलान किया
I have resigned from my roles in @incindia @INCKerala.Intolerant calls to retract a tweet,by those fighting for free speech.I refused. @facebook wall of hate/abuses by ones supporting a trek to promote love! Hypocrisy thy name is! Life goes on. Redacted resignation letter below. pic.twitter.com/0i8QpNIoXW
— Anil K Antony (@anilkantony) January 25, 2023
अनिल एंटनी ने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट कर दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, मैंने कांग्रेस में अपनी सभी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया है। मुझ पर एक ट्वीट को वापस लेने का दवाब बनाया जा रहा था। वह भी उनकी तरफ से जो अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खड़े होने की बात करते हैं, मैंने मना कर दिया। क्या चाटुकारिता ही योग्यता का मापदंड बन गया है।
Despite large differences with BJP, I think those in 🇮🇳 placing views of BBC, a 🇬🇧 state sponsored channel with a long history of 🇮🇳 prejudices,and of Jack Straw, the brain behind the Iraq war, over 🇮🇳 institutions is setting a dangerous precedence,will undermine our sovereignty.
— Anil K Antony (@anilkantony) January 24, 2023
दरअसल मंगलवार को अनिल एंटनी ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के मुद्दे पर मोदी सरकार का पक्ष लेते हुए ट्वीट किया था। एंटनी ने ट्वीट कर कहा था, बीजेपी के साथ तमाम मतभेदों के बावजूद बीबीसी और ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जैक स्ट्रॉ के विचारों को भारतीय संस्थानों के विचारों से अधिक महत्व देना खतरनाक चलन है और इससे देश की संप्रुभता प्रभावित होगी। उन्होंने बीबीसी को सरकार प्रायोजित चैनल करार देते हुए कहा कि जैक स्ट्रॉ ने इराक युद्ध की योजना बनाई थी।
आपको बता दें कि बीबीसी ने 17 जनवरी को द मोदी क्वेश्चन डॉक्यूमेंट्री का पहला एपिसोड यूट्यूब पर रिलीज किया था। दूसरा एपिसोड 24 जनवरी को रिलीज होना था। लेकिन रिलीज से पहले ही भारत सरकार ने पहले एपिसोड को यूट्यूब समेत अन्य सोशल मीडिया प्लटेफॉर्मों से हटवा दिया। सरकार ने इस पीएम मोदी और देश के खिलाफ प्रोपेगैंडा करार दिया है। वहीं ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने भी डॉक्यूमेंट्री की बातों से असहमति जताई है।