कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रही किसान आंदोलन के बीच आज सिंधु बॉर्डर पर किसानों की एक अहम बैठक का आयोजन किया गया है। जिसको लेकर सभी किसान नेता पहुंच चुके हैं। इस बैठक के तहत किसान आंदोलन की आगे की रणनीति एवं अन्य बातों पर विचार विमर्श किया जाएगा। की किसान आंदोलन को कब और कैसे खत्म करना है।
इसके अलावा प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसानों की ओर से यह साफ किया गया है कि प्रधानमंत्री को अपनी मांग के लिए लिखे गए पत्र पर अभी कितना और इंतजार करना पड़ेगा। आपको बता दें किसान नेताओं की ओर से इस पत्र में मुख्य रूप से 6 मांगे सामने रखी गई है।
वही इस बैठक से उम्मीद की जा रही है कि कई बड़े फैसले सामने आ सकते हैं आपको बता दें किसानों की मांग है कि किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लिया जाए, आंदोलन के दौरान मृत किसानों को मुआवजा दिया जाए एवं एसपी पर कानून बनाया जाए।
भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बयान जारी करते हुए बताया है कि “बैठक शुरू हो गई इस बैठक के दौरान हम अपने मुद्दों पर चर्चा करेंगे और अन्य किसान नेताओं के साथ आंदोलन की आगे की रणनीति तय करेंगे।हमें अभी तक प्रधानमंत्री जी की ओर से कोई संदेश नहीं मिला है।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों की वापसी हो चुकी है लेकिन किसान लगातार एमपी की गारंटी की मांग कर रहे हैं।