देश में बिजली के संकट को लेकर हर कोई परेशान है, वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस पर बैठक की । तकरीबन डेढ़ घंटे चली इस बैठक में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह समेत एनटीपीसी के उच्च अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने लिया कोयले की कमी का जायजा
आपको बता दें कि इस बैठक में अधिकारियों ने गृह मंत्री अमित शाह को मौजूदा स्थिति और कोयले के भंडार के बारे में जानकारी दी। बता दें कि इस बैठक में कोयला और ऊर्जा मंत्रियों ने बिजली के प्रोडक्शन से लेकर कोयला की रिपोर्ट पेश की, इसके साथ ही दोनों मंत्रालयों के सचिवों ने हालात के संबंध में जानकारी भी दी ।
इन राज्यों के सीएम ने लिखा पीएम को पत्र
दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी, और पंजाब समेत कई राज्यों ने अपने यहां कोयले की कमी को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा और मदद मांगी, इसके अलावा लोगों से भी बिजली की बचत करने की अपील की।
कोयला मंत्रालय ने साफ कहा कि नहीं होगी कोयले की कमी
वहीं केंद्र का कहना है कि कोयले की कमी जैसा कोई संकट नहीं है। बता दे कि कोयला मंत्रालय ने साफ कहा है कि बिजली उत्पादक प्लांट की जरुरत को पूरा करने के लिए देश में कोयले का पर्याप्त भंडार मौजूद है।
छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला कोयले की खदानों के लिये जााना जाता है
आपको बता दें कि भारत में आज भी दो-तिहाई बिजली बनाने के लिए कोयले का इस्तेमाल किया जाता है, बता दें कि छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला कोयले की खदानों के लिये सबसे बड़ा भंडार माना जाता है।
70 फीसदी देश में बिजली की मांग कोयले से बनी बिजली से पूरी की जाती है
देश की 70 फीसदी बिजली की मांग कोयले से बनी बिजली से पूरी की जाती है, भारत की खदानों से निकलने वाले कोयले की क्वालिटी अच्छी नहीं होने की वजह से कई बार विदेशों से भी कोयला खरीदा जाता है। जैसे – अमेरिका, इंडोनेशिया और आस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं।