कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट देखते हुए उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइंस कंपनियों पर लगाई गई रोक को अब हटा लिया है, जी हां आपको बता दें कि जहां एयरलाइंस को 85 फीसदी तक ही यात्री बैठाने की इजाजत थी।
कोरोना गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए यात्री सफर कर पायेंगे
वहीं अब बढ़ाने की अनुमति दी गई थी, वहीं अब रोक हटा ली गयी है। यानी अब फ्लाइट में बिना किसी रोक टोक के क्षमता यात्री सफर का कर सकेंगे। लेकिन बता दे कि कोरोना के नियमों का पालन करना अभी जरुरी होगा। कोरोना गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए यात्री सफर कर पायेंगे।
23 मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई गई थी
बता दें कि कोरोना की वजह से 23 मार्च 2020 से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई गई थी, लेकिन मई 2020 से वंदे भारत मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है। इसके अलावा चुनिंदा देशों के साथ ‘द्विपक्षीय ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत जुलाई, 2020 से उड़ानों का परिचालन हो रहा है। लेकिन अब 100 फीसदी कैपेसिटी के साथ हवाई सफर को मंजूरी दे दी गयी है।
बता दे कि केंद्र सरकार ने पिछले महीने एयरलाइंस कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए महीने में 15 दिनों का किराया अपने हिसाब से तय करने की छूट दे दी थी ।
15 दिनों तक एयरलाइंस कंपनियां इसे अपने हिसाब से तय कर सकेंगी
किराए के प्राइस बैंड के तहत सरकार अब तक सबसे कम और सबसे ज्यादा किराए की लिमिट तय कर रही थी, लेकिन अब इसमें छूट दी गई है। अब सरकार महीने में 15 दिन ही यह लिमिट तय करेगी, जबकि बाकी 15 दिनों तक एयरलाइंस कंपनियां इसे अपने हिसाब से तय कर सकेंगी।
अब 100 फीसदी यात्री बैठ सकेंगें
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सितंबर में घरेलू उड़ानों में यात्री क्षमता को 72.5 फीसदी से बढ़ाकर 85 फीसदी कर दिया था। लेकिन अब 100 फीसदी कर दी गयी है। सी के साथ मंत्रालय ने कहा कि वो कोरोना को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करें।