राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में दिवाली के बाद से सांस से जुड़ी मरीजों की संख्या में 10 फ़ीसदी से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बुजुर्गों और बच्चों में बढ़ रही है तकलीफ
संवाददाताओं से बात करते हुए अस्पताल के डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया है कि हर रोज 10 से 12 मरीज सांस की तकलीफ के कारण अस्पताल में आ रहे हो। उन्होंने आगे बताया है कि दिवाली के बाद वायु प्रदूषण दिल्ली में मुख्य मुद्दा बन चुका है। बढ़ते प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित बुजुर्ग और बच्चे हैं। अधिक समय तक उच्च पीएम 2.5 के स्तर के संपर्क में रहने के कारण फेफड़ों की कार्य क्षमता पहले के मुकाबले कमजोर हो रही है।
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अभी भी बेहद खराब स्थिति में है AQI
आप बता दें रविवार को दिल्ली के एयर क्वालिटी इंडेक्स में मामूली सुधार दर्ज किया गया है। जहां शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी ‘गंभीर’ स्थिति में था। वहीं रविवार को यह ‘बेहद खराब श्रेणी’ में पहुंच गया है।
अस्पतालों में बढ़ रही है सांस की समस्या पीड़ित मरीजों की संख्या
डॉ सुरेश कुमार ने आगे बताया है कि उनके अस्पताल में केवल 120 रोगियों की क्षमता है लेकिन दिवाली के बाद से बढ़ते प्रदूषण के प्रकोप के कारण उन्हें हर दिन लगभग 140 मरीज मिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इमरजेंसी ओपीडी वार्ड में आ रही मरीजों मैं अधिकतर लोगों को सांस से जुड़ी समस्या है। तो कहीं कुछ लोगों को ऑक्सीजन की कमी हो रही है। बच्चों में अस्थमा की समस्या भी बड़ी तेजी से बढ़ रही है।
बचाव के उपाय
डॉ कुमार ने बचाव के उपायों को बताते हुए कहा है कि इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को मास का उपयोग और कम से कम बाहर निकलना चाहिए।