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कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर तिरंगे से ऊपर दिखा बीजेपी का झंडा, सोशल मीडिया पर छिड़ा विवाद, बीजेपी बोली- मरने वाले की इच्छा का सम्मान

lucknow 1629646980 कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर तिरंगे से ऊपर दिखा बीजेपी का झंडा, सोशल मीडिया पर छिड़ा विवाद, बीजेपी बोली- मरने वाले की इच्छा का सम्मान

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्मयंत्री कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। लेकिन उनके श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसपर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं।

पंचतत्व में विलीन पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्मयंत्री कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनका अंतिम संस्कार बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा तट पर बासी घाट पर किया गया। बेटे राजवीर ने मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रदांजलि दी। वहीं कल्याण सिंह के श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसको लेकर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं।

श्रद्धांजलि समारोह की वायरल तस्वीर पर बवाल

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर वायरल हो रही है। बीजेपी की ओर से ट्वीट की गई इस तस्वीर में पूर्व मुख्यमंत्री का शव तिरंगे में लिपटा है। लेकिन आधे हिस्से में शव पर बीजेपी का झंडा दिखाई दे रहा है। अब इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया में गर्मी बढ़ गई है। कई लोग राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर पार्टी विशेष का झंडा रखे जाने पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, कई लोग नैतिकता का हवाला देते हुए मरने वाले की इच्छा का सम्मान बता रहे हैं।

विपक्षी दलों ने बताया तिरंगे का अपमान

इस तस्वीर के वायरल होने के बाद कांग्रेस और तमाम विपक्षी दलों ने सवालों की झड़ी लगा दी। इसपर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने तस्वीर को ट्वीट कर लिखा कि क्या यह सही है? न्यू इंडिया में भारतीय ध्वज के ऊपर पार्टी का झंडा लगाना? वहीं तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन वाली ये तस्वीर ट्वीट कर लिखा ‘राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना क्या मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका है?

बीजेपी ने कहा- मरने वाले की इच्छा का सम्मान

एक ओर जहां विपक्ष इस पर सवाल उठा रहा है तो बीजेपी का कहना है कि उन्होंने कल्याण सिंह की आखिरी इच्छा को पूरा किया है। दरअसल बीजेपी में वापस लौटने के बाद कल्याण सिंह ने कहा था कि  ‘संघ और भाजपा के संस्कार मेरे रक्त की बूंद-बूंद में समाए हुए हैं। मेरी इच्छा है कि जीवन भर भाजपा में रहूं और जीवन का जब अंत होना हो तो मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए। बीजेपी की ओर से कहा गया कि कल्याण सिंह के निधन के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया। अब जब तिरंगे का अपमान की बात कही जा रही है तो कुछ लोग कह रहे हैं कि मरने वाले की अंतिम इच्छा पूरी की गई है। इसे तिरंगे के अपमान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

राष्ट्रीय ध्वज संहिता क्या कहती है?

भारतीय झंडा संहिता 2002 के अनुसार किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगाया जाएगा। भारतीय झंडा संहिता 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। झंडा संहिता भाग III की धारा IV में इस बात जिक्र किया गया है। इसके अनुसार किसी अन्य झंडे को राष्ट्रीय झंडे के बराबर भी नहीं रखा जाएगा, न ही कोई दूसरी वस्तु उस ध्वज दंड के ऊपर रखी जाएगी, जिस पर झंडा फहराया जाएगा।

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