राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मलिकार्जुन खड्गे ने मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन को लेकर राज्यसभा के सभापति एम के वेंकैया नायडू को पत्र लिखा। इस पत्र के माध्यम से मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन को वापस लेने की मांग की है।
इस पत्र में मलिकार्जुन खड्गे ने लिखा है कि “मैं विपक्षी दलों की ओर से आपके द्वारा लाए गए प्रस्ताव के बाद निलंबित किए गए सांसदों की आधारभूत कार्यवाही को संसदीय नियम 256/1 का उल्लंघन मानता हूं। जोकि काफी दुर्भाग्यपूर्ण और अयोग्य है।”
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उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि यह मानना गलत है कि प्रस्ताव सदन में पारित किया गया था। क्योंकि पूरे विपक्ष ने इसका विरोध किया इसीलिए केवल सत्ता पक्ष के दल के बहुमत के कारण सदन की सर्वसम्मति नहीं हो सकती है। सदस्यों को अपना पक्ष पेश करने और किसी अवसर से वंचित नहीं किया जा सकता। निलंबित सदस्यों में से एक सदस्य तो 11 अगस्त 2021 को कार्यवाही में भी शामिल नहीं हुए थे।
वही कांग्रेस ने मलिकार्जुन खरगे द्वारा लिखे पत्र को साझा करते हुए कहा है कि “मीडिया को संसद परिसर के परिसर में केंद्रीय हॉल और पुस्तकालय तक पहुंच सहित प्रतिबंधित करना और रोकना स्वीकार्य नहीं है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस मामले को सुलझाएं ताकि मीडिया अपनी ड्यूटी जारी रख सके।”
Forbidding & preventing media into the very premises of the campus of the Parliament including access to the Central Hall & Library is not acceptable. I request you to resolve the matter so that the media can continue their duty.
– Shri @kharge writes to Hon'ble Chairman of RS pic.twitter.com/iNsrT0ecew
— Congress (@INCIndia) December 1, 2021