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महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए सीएम योगी पहुंचे प्रयागराज

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आखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में 20 सितंबर को मौत हो गई थी। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ आज 9 बजे प्रयागराज पहुंचे हैं। यह मामला उस समय सामने आया जब नरेंद्र गिरि का शव अल्लापुर में बांघबरी गद्दी मठ के कमरे में एक फंदे से लटका मिला था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि, महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। फिलहाल यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। जिले के पूरे आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। मामले की जांच हो रही है।

महंत नरेंद्र गिरी शव को अंतिम दर्शन के लिए लाया गया है। इस अंतिम यात्रा में पहुंचे वाले सभी लोग नरेंद्र गिरी की आत्मा की शांति के लिए ऊपर वाले से प्राथना करेंगे। महंत नरेंद्र गिरी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष थे।जिनके नेतृत्व में बहुत से प्रतिभाशाली लोगों को इनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है। कल नरेंद्र गिरी की मौत की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त करते हुए कहा था कि आखाड़ा भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य साथ महंत नरेंद्र गिरी जी महाराज के देवलोकगमन की दुःखद सूचना मिली है। आज अंतिम दर्शन करेंगे। बाद में अन्य लोग दर्शन भी करेंगे।

महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालात में मौत के बाद अभी तक मौत की मुख्य वजह सामने नहीं आई है। इसलिए सुबह पंच परमेश्वर तय करेंगे पोस्टमार्टम का मामला। नरेंद्र गिरी के पोस्टमार्टम को लेकर पंच परमेश्वर तय करेगा पोस्टमार्टम होगा या नहीं। और नरेंद्र गिरी के शव की मठ बाघंबरी गद्दी में ही भू समाधि दी जाएगी।
संत परंपरा के अनुसार भू समाधि दी जाएगी। इस भू समाध को पूरे नियमों के साथ पूरा किया जाएगा।

आम जनता के दर्शन के लिए रखा जाएगा शव। नरेंद्र गिरी के अंतिम दर्शन आम जनता सुबह 11.30 बजे से कर सकेंगी। इसके अलावा अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है क्योंकि संदिग्ध हालत में मौत के बाद से अभी तक इनकी मौत की सही वजह सामने नहीं आ पाई है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी। इस मामलों को लेकर अभी कई खुलासे हो सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी से आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच की मांग की।

इस मामले को लेकर आत्महत्या को लेकर उपाध्यक्ष ने जताई आशंका है। जबकि पुलिस हिरासत में लिए गए आनंद गिरी ने बयान कहा कि उनकी हत्या कर मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है। और आनंद गिरी ने कहा है मठ की जमीन हड़पने और वर्चस्व को लेकर हत्या की गई। अन्य वाक्य में कहा, वो आत्महत्या नही कर सकते उनकी हत्या की गई है। मठ की संपत्ति को बेचकर लोगो ने बनाई बडी बडी हवेलियां। कई अन्य लोग भी मठ की संपत्ति के लाभ को लेकर निगाहें गड़ाये थे। डॉक्टर समेत कई उद्योगपति से महंत नरेंद्र गिरी ने ले रखा था कर्ज़ा।

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