मॉनसून सत्र की शुरुआत आज से होने जा रही है। 17वीं लोकसभा का छठा सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस सत्र में मोदी मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल किए गए हैं। कई मंत्रियों की जिम्मेदारी भी बदली गई है। ऐसे में मंत्रियों के सामने विपक्ष के सवालों का सामना करने की बड़ी चुनौती होगी।
सत्र के हंगामेदार होने की उम्मीद
वहीं दूसरी ओर विपक्षी सरकार को कोरोना महामारी, किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी, पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दाम और चीन के साथ सीमा पर गतिरोध जैसे मुद्दों पर घेरने की तैयारी में हैं। जिससे सत्र के हंगामेदार होने की उम्मीद है।
नए सदस्यों को दिलाई जाएगी शपथ
लोकसभा में सबसे पहले चार नए सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। उसके बाद नए मंत्रियों का परिचय करवाया जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार में जो नए मंत्री बने और जिनका प्रमोशन हुआ है, उन सभी मंत्रियों को आज सुबह 10.45 बजे तक तक लोकसभा में पहुंचने को बोला गया है।
कल हुई थी सर्वदलीय बैठक
हालांकि कल सत्र से पहले सरकार की ओर से हुई सर्वदलीय बैठक में ये कहा गया कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके बावजूद मॉनसून सत्र का हंगामेदार होना तय माना जा रहा है। बैठक में 33 पार्टियों के 40 से ज्यादा नेताओं ने हिस्सा लिया था। बता दें कि सरकारी कामकाज की जरूरत को देखते हुए सत्र के 13 अगस्त को समाप्त होने की संभावना है।
इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी
विपक्ष जिन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है उनमें सबसे ऊपर कोरोना की दूसरी लहर में हुई लापरवाही का मुद्दा होगा। साथ ही पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें, कृषि कानून, बेरोजगारी, चीन सीमा पर गतिरोध और राफेल। इन सभी मुद्दों को लेकर विपक्ष ने घेरने की तैयारी कर ली है।