अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हाहाकार मचा हुआ है। वहां के लोग एयरपोर्ट पर भीड़ जुटाए बैठे हैं। ताकि किसी तरह वह वहां से भाग सकें और अपनी जान बचा पाएं।
विदेश मंत्री की आज अहम बैठक
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज आतंकवाद पर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। आपको बता दें कि भारत अगस्त महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है। विदेश मंत्री का 18 और 19 अगस्त को यूएनएससी में उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता करने का प्रोग्राम पहले से ही तय था।
तालिबान से भारत की बातचीत
इन दिनों न्यूयॉर्क में यूएनएससी की बैठक चल रही है। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत का तालिबान के साथ कोई संवाद नहीं है। ‘इस समय, हम देख रहे हैं कि काबुल में क्या स्थिति है। जाहिर है, तालिबान और उसके प्रतिनिधि काबुल आए हैं। इसलिए हम आगे की रणनीति पर देखेंगे।’
भारतीय नागरिकों की सुरक्षा जरूरी
विदेश मंत्री का कहना है कि इस समय भारतीय नागरिकों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। सबसे पहले उन्हें भारत वापिस लाना है।
आपको बता दें कि 18 अगस्त यानी बुधवार के लिए निर्धारित पहला कार्यक्रम ‘संरक्षकों की रक्षा प्रौद्योगिकी और शांति स्थापना’ पर रहा। जबकि दूसरा कार्यक्रम 19 अगस्त यानि आज ‘आतंकवादियों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा’ पर एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। यह बैठक तब होने जा रही है जब तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति भवन में भी अपनी जगह बना ली।