लखनऊः 29 जुलाई का दिन महिलाओं के लिए बेहद ही खास दिन होता है क्योंकि आज के दिन नेशनल लिपस्टिक डे के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं के मेकअप में लिपस्टिक का बहुत बड़ा रोल होता है, क्योंकि यह लिपस्टिक महिलाओं के चेहरे और उनके चहेतों के बीच चार चांद लगाने का काम करता है।
इस वजह से मार्केट में लिपस्टिक का है डिमांड
घर से निकली लड़कियां हो या महिलाएं उनके बैग में कुछ हो या ना हो लिपस्टिक जरूर होता है। यही कारण है कि आज मार्केट में दुकानों पर ढेर सारी लिपस्टिक की अलग-अलग वैरायटी देखने को मिलती है।
फैशन और ग्लैमर के दौर में ज्यादातर कंपनियां लड़कियों को मेकअप ब्रांड से लुभाने में लगी हुई है। यही वजह है कि पहले की तरह अब मार्केट में केवल एक या दो कलर नहीं बल्कि कलरफुल लिपस्टिक का भी भरमार लगा हुआ है।
5000 साल पहले शुरु हुई थी लिपिस्टक लगाने की प्रथा
5000 साल पहले कीमती रत्नों को पीसकर सुमेरियन औरत इसका इस्तेमाल होठों को सजाने के लिए करते थे। जो इजिप्ट की क्लियोपैट्रा तीनों को मार कर अपने होठों को लाल रंग से सजाने के लिए प्रयोग करती थी। तू वहीं इंडस वैली सिविलाइजेशन की औरतें गेरू का इस्तेमाल लिपस्टिक के रूप में करती थी।
9वीं शताब्दी में पहली बार बना था लिपस्टिक
अरब वैज्ञानिक अबुल कोशिश ने नवी शताब्दी में सबसे पहली बार ठोस लिपस्टिक का आविष्कार किया था। इसके बाद धीरे-धीरे जैसे-जैसे लोगों का दिमाग विकसित होता गया वैसे-वैसे लिपस्टिक में सुधार करते हुए सन 1950 मे सबसे अधिक समय तक टिकने वाली लिपस्टिक को मनाया गया।