- त्रिनाथ मिश्र, भारत खबर
नई दिल्ली। भारत में हजारों की संख्या में पार्टियों का गठन है लेकिन कार्य के नाम पर किसी भी पार्टी के पास कुछ खास नहीं है। जातियों के भार में दबने और धर्म की शंखनाद के बल पर वोट बटोरने की जुगत में लोगों ने अपनी मूल पहचान खो दी है। ऐसे में राष्ट्रीय हिन्द समाज पार्टी का गठन होने से देश को नया विकल्प मिल सकता है।
नई दिल्ली के प्रेस क्लब में हुई सभा में राष्ट्रीय हिन्द समाज पार्टी की घोषणा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सैनिक धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि वो देश को एकता की डोर में बांधकर चलने का काम करेंगे। भेदभाव के सहारे अपनी नाव पार लगाने वालों से दो-दो हाथ करने को भी तैयार हैं।
जातिमुक्त भारत है प्रमुख सपना
National Hind Samaj Party का प्रमुख्य उद्देश्य जातिमुक्त भारत का निर्माण करना होगा इसके अलावा पार्टी महिलाओं की सक्रिय भागीदारी, जनसंख्या पर कानून लाने, जवानों की दशा सुधारने के लिए विशेष कार्य करेगी। पार्टी किसानों को उनकी मांगों के अनुरूप आवाज उठाना व रोजगार के लिए सरकार से मांग करने का कार्य करेगी।
पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैभवी तिवारी काे बनाया गया है वहीं संतोष सनतानी को संशेजक बनाया गया है। अन्य पदाधिकारियों में अरविंद सिहं रावत को प्रमुख महासचिव, राष्ट्रीय संगठन महासचिव के तौर पर सुशील सिंह सोमवंशी, राष्ट्रीय महासचिव ब्रजकिशोर यादव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रीति राय, मनीष द्विवेदी को मीडिया प्रभारी बनाया गया है।