कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होता दिख रहा है। मामलों में लगातार कमी आ रही है। नए मामलों के साथ मृत्यु दर में कमी दर्ज की गई है।
तीसरी लहर का बना खतरा !
कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर का खतरा सामने आ रहा है। दुनिया भर में इसकी चिंता की जा रही है। कोरोना महामारी का डेल्टा वेरिएंट अब तीसरी लहर का खतरा बन कर उभर रहा है। उसके नए आंकड़े सामने आने के बाद कोरोना की तीसरी लहर का अंदाजा लगाया जा सकता है।
डेल्टा वेरिएंट बना खतरा
दिल्ली अस्पताल में एक स्टडी सामने आई है। जो काफी चैंकाने वाली है। स्टडी के मुताबिक पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुके लोग भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं। चीन के वुहान से आए ओरिजिनल स्ट्रेन की तुलना में कोरोनवायरस का डेल्टा वेरिएंट वैक्सीन की तरफ से उत्पन्न एंटाबॉडी के प्रति 8 गुना कम संवेदनशील है. ये नतीजे दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल समेत देश के तीन केंद्रों पर 100 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों पर किए गए टेस्ट के बाद सामने आए हैं।
स्टडी में कई चीज़ें आई सामने
स्टडी में पाया गया कि बी.1.617.2 डेल्टा वेरिएंट न केवल उच्च श्वसन के साथ टीके-सफलता संक्रमण पर हावी है, बल्कि गैर-डेल्टा संक्रमण की तुलना में अधिक ट्रांसमिशन भी उत्पन्न करता है। कैम्ब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ थेराप्यूटिक इम्यूनोलॉजी एंड इंफेक्शियस डिजीज के वैज्ञानिकों के साथ भारत के सहयोगी स्टडी में सर-कोव-2 बी.1.617.2 डेल्टा वेरिएंट इमर्जेंस एंड वैक्सीन ब्रेकथ्रूरू कोलैबोरेटिव स्टडी की अभी समीक्षा की जानी बाकी है।
वैक्सीन लगाने के बाद भी ना बरतें लापरवाही
जानकारी के मुताबिक दोनों वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग लापरवाही ना बरतें। कोरोना नियमों का लगातार पालन करते रहें। ये वायरस अभी भी पहले की तरह काफी तेज और प्रभावित करने वालें है।