पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पांच दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं, और आज उनके दौरे का पांचवा दिन है। इस दौरे में उन्होने पीएम मोदी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, नितिन गडकरी समेत कई मंत्रियों से मुलाकात की। जिसके बाद आज वो गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मुलाकात करेंगी।
‘लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’
इससे पहले ममता बनर्जी ने आज विपक्षी एकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारा नारा है, ‘लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’। वहीं ममता बनर्जी की मुलाकात NCP प्रमुख शरद पवार से नहीं हो सकी। जिसपर ममता ने कहा कि मैंने शरद पवार से बात की अगली बार उनसे मुलाकात करूंगी। अब मैं हर दो महीने पर दिल्ली आऊंगी।
मैं राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं-ममता
ये पूछे जाने पर कि क्या ममता विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं कोई राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हूं। ये परिस्थिति पर निर्भर करता है, अगर कोई और नेतृत्व करता है तो मुझे कोई समस्या नहीं। जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी तब हम निर्णय ले सकते हैं। मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती।
‘विपक्षी दलों की एकजुटता हो’
इससे पहले ममता ने कहा था कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि विपक्षी दलों की एकजुटता हो। कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों पर विश्वास है। ये पूछने पर कि संयुक्त मंच का नाम क्या होगा ? इस पर ममता ने कहा कि अभी बच्चे को जन्म नहीं हुआ है और हो-हल्ला शुरू हो गया।
GDP, अर्थव्यवस्था की हालत खराब- ममता
उन्होंने कहा कि GDP, अर्थव्यवस्था की हालत खराब है। गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं। खेला अभी खत्म नहीं हुआ है, अब पूरे देश में खेला होगा। ममता ने आगे कहा कि किसी को तो नेतृत्व करना ही है, समय आने पर चर्चा करेंगे। मैं अपनी राय नहीं थोपना चाहती।