रैपिड रेल के माध्यम से दिल्ली का सफर करने का इंतजार कर रहे मेरठ वासियों का यह सपना जल्द ही पूरा होने वाला है।
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एनसीआरटीसी द्वारा रैपिड रेल को लेकर का काम ज़ोरो पर चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि मार्च 2023 से मेरठ शॉप्रिक्स मॉल से लेकर साहिबाबाद तक भारत कि प्रथम चरण की रीजनल रेल जल्द चल सकती है।
लोगों को जाम से मिलेगी निज़ात
रैपिड रेल चलने से मेरठ से दिल्ली के बीच घंटों तक जाम झेलने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि मेरठ एक्सप्रेसवे से व्यापारियों को काफी राहत मिली भी है। लेकिन दिल्ली सफर करने वाले यात्रियों को आज भी जाम से जूझना पड़ता है।
तेजी से हो रहा है निर्माण कार्य
रैपिड रेल के कार्य की अगर बात की जाए तो तीव्र गति से रैपिड रेल का कार्यों किया जा रहा है। बेगमपुल,भैसाली बस स्टैंड, फुटबॉल चौक की बात की जाए सभी जगह भूमिगत स्टेशन बनाया जा रहा है। जिसके लिए बाहर से भी आधुनिक मशीनों को मंगाया गया है।
इन स्टेशनो से गुजरेगी ट्रैन
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर में कुल 25 स्टेशन है। जिसमे से 13 स्टेशन मेरठ में स्थित है। जिनके द्वारा मेरठ में लोकल मेट्रो की ट्रांसिट सेवा स्थानीय निवासियों को मिल सकेगी। मेरठ साउथ स्टेशन से लोकल मेट्रो की सेवा प्रारम्भ होगी और परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी के एलिवेटेड भाग से आगे भैंसाली, मेरठ सेंट्रल और बेगमपुल में भूमिगत हो जाएगी।
पुनः एलिवेटेड होकर एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ व मोदीपुरम होते हुए मोदीपुरम डिपो तक जाएगी। जहां मोदीपुरम डिपो में ट्रेनों के रखरखाव का प्रबंध किया जाना है। इतना ही नही भूमिगत हिस्से में टनल बोरिंग मशीन द्वारा आरआरटीएस टनल के निर्माण के लिए लॉन्चिंग शाफ़्ट का भी निर्माण किया जा रहा है।
साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किमी के प्राथमिकता वाले खंड को 2023 तक और 2025 तक पूर्ण कॉरिडोर को शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में रैपिड रेल कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। रैपिड रेल गाजियाबाद होते हुए दिल्ली तक का 82 किलोमीटर का सफर तय करेगी।