मोदी मंत्रिमंडल में आज शाम बड़ा बदलाव होना है। लेकिन मंत्रिमंडल में नए नामों के जुड़ने से पहले कुछ पुराने नामों को विदाई हो गई है। जिससे सियासी पारा बढ़ गया है।
इन सभी लोगों को इस्तीफा देने को कहा
बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, संतोष गंगवार के बाद अब खबर है कि डॉ. हर्षवर्धन, बाबुल सुप्रियो, राव साहेब दानवे पाटिल, सदानंद गौड़ा, देबोश्री चौधरी, संजय धोत्रे, रतन लाल कटारिया और प्रताप सारंगी को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।
थावर चंद गहलोत को हटाया गया
यही नहीं कैबिनेट विस्तार से सबसे पहले थावर चंद गहलोत को भी मंत्रिमंडल से हटाया गया है। वो सामाजिक न्याय और आधिकारिकता मंत्री थे। इसके अलावा थावर चंद गहलोत के पास राज्यसभा में नेता सदन और बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य का अहम पद भी था। अब उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है।
रमेश पोखरियाल ने खराब स्वास्थ्य की हवाला दिया
जानकारी के मुताबिक रमेश पोखरियाल को खराब स्वास्थ्य की वजह से कैबिनेट से हटाया गया है। दरअसल कोरोना होने के बाद से ही उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। ऐसे में अब उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया जा रहा है।
संतोष गंगवार ने दिया उम्र का हवाला
तो केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने उम्र का हवाला देते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। गंगवार के इस्तीफे से संभावना है कि यूपी कोटे से किसी नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है। बता दें संतोष गंगवार बरेली सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
सांसद देबोश्री चौधरी की भी छुट्टी
वहीं पश्चिम बंगाल से सांसद देबोश्री चौधरी की केंद्रीय मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने देबोश्री चौधरी का इस्तीफा मांगा है। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के कुछ नए चेहरों को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलेगी।