नई दिल्ली: नसीरुद्दीन शाह के बयान के बाद लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. वहीं शाह भी लगातार इस मामले में सफाई दे रहे हैं. नसीरूद्दीन की किताब चुपके चुपके का अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में विमोचन किया गया. वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए नसीर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि इस मुल्क से मुझे कोई नहीं निकाल सकता.
मेरी पांच पुश्ते इसी मुल्क की मिट्टी में दफन में हुई
अभिनेता नसीरुद्दीन ने कहा कि मुझे यहां से कोई नही निकाल सकता. यह मेरा मुल्क है और मेरा शरीर इसी मुल्क की मिट्टी में दफन होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह मेरा मुल्क है और यदि यहां कुछ गलत हो रहा है तो उसके लिए बोलना मेरा फर्ज है. मेरी पांच पुश्ते इसी मुल्क की मिट्टी में दफन में हुई है और में और मेरी औलाद भी मरते दम तक यही रहेंगे. शाह अपनी किताब का विमोचन करने के लिए ही इस कार्यक्रम मे शामिल होने अजमेर आये थे.
नसीरुद्दीन शाह ने दिया था बयान
आपको बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर हिंसा पर कहा था कि उन्हें मौजूदा माहौल पर गुस्सा आता है उन्हें अपने बच्चों के लिए डर लगता है. इस बयान पर खूब हंगामा हो रहा है. इसके चलते अजमेर में लिटरेचर फेस्टिवल के बाहर भी प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया.
पाक पीएम को नसीरुद्दीन शाह और ओवैसी ने कहा, भारत के आंतरिक मामलों मे दखल देने की बजाय अपने घर को संभालें
नसीरुद्दीन के डर वाले बयान के बाद पाक पीएम भी इस विवाद कूद आए थे. पीएम इमरान खान ने कहा है कि हम मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं. जिससे अल्पसंख्यक सुरक्षित, संरक्षित महसूस करें और उन्हें ‘नए पाकिस्तान’ में समान अधिकार हों.
नसीरुद्दीन ने दिया इमरान खान को जवाब
इमरान खान के बयान पर नसीरुद्दीन शाह ने करारा हमला बोला था. उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि इमरान खान को उन मुद्दों पर टिप्पणी करने की बजाय अपने देश के बारे में सोचना चाहिए. हमारे देश में 70 साल से लोकतंत्र बना हुआ है और हम जानते हैं कि हमें अपनी देखभाल कैसे करनी है.”