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नासा ने किया तबाही की तरफ इशारा, पृथ्वी पर बढ़ रहा मैग्नेटिक फील्ड का खराब हिस्सा..

nasa no 2 नासा ने किया तबाही की तरफ इशारा, पृथ्वी पर बढ़ रहा मैग्नेटिक फील्ड का खराब हिस्सा..

दुनिया की सबसे बड़ी अंतरिक्ष एजेंसी नासा आसमान में घटने वाली हर घटना पर नजर बनाकर रखती है। यही कारण है जब भी पृथअवी पर कोई खतरा मंडराता है तो उसकी जानकारी लोगों को तक पहुंच जाती है। ऐसी ही एक हैरान कर देने वाली घटना का खुलासा नासा की तरफ से किया गया है।

earth beautifull pictur नासा ने किया तबाही की तरफ इशारा, पृथ्वी पर बढ़ रहा मैग्नेटिक फील्ड का खराब हिस्सा..
नासा ने जानकारी देते हुए बताया कि, सुरक्षा कवच में पृथ्वी की सतह के ऊपर के एक हिस्से में खराबी आ गई है। यह खराब हिस्सा चौड़ा होता जा रहा है जिसने वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है. नासा की रिपोर्ट के अनुसार खराब हुआ यह हिस्सा सैटेलाइट्स, अंतरिक्ष अभियान और नेविगेशन पर दूरगामी प्रभाव डाल सकते हैं।इस हिस्से को वैज्ञानिकों ने साउथ अटलांटिक एनामोली नाम दिया है। यह दक्षिणी अमेरिका और अटलांटिक महासागर के ऊपर दशकों से मौजूद है। नासा का कहना है कि यह इसका दायरा बढ़ रहा है। अभी तक इसका पृथ्वी पर सीधा असर नहीं हुआ है, लेकिन नासा का मानना है कि यह एनामोली अंतरिक्ष में स्थित नेविगेशन सिस्टम को खराब कर सकती है।

आपको बता दें, मैग्नेटिक फील्ड धरती पर सूरज से आने वाले चार्ज्ड पार्टिकल्स को ब्लॉक करती है। लेकिन दक्षिण अटलांटिक में इस चुंबककीय क्षेत्र में एक डेंट पड़ गया है जिसके वजह से यह सुरक्षा-कवच कमजोर हो गया है। इसका मतलब यह है कि इस क्षेत्र के ऊपर से गुजरने वाले सैटलाइट्स को ज्यादा रेडिएशन का सामना करना पड़ता है। कई बार इसकी वजह से उपकरणओं में शॉर्ट-सर्किट हो जाता है।। इसकी वजह से उनमें तकनीकी खराबी हो जाती है और कई बार वे पूरी तरह काम करना बंद कर देते हैं। यह भी पता लगा है कि ये डेंट एक जगह पर रुका नहीं है बल्कि पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और दो हिस्सों में बंट रहा है।

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इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने बताया है कि, अफ्रीका से लेकर दक्षिण अमेरिका तक करीब 10 हजार किलोमीटर की दूरी में धरती के अंदर मैग्नेटिक फील्ड की ताकत कम हो चुकी है। सामान्य तौर पर इसे 32 हजार नैनोटेस्ला होनी चाहिए थी। लेकिन 1970 से 2020 तक यह घटकर 24 हजार से 22 हजार नैनोटेस्ला तक जा पहुंची है।इस घटना के सामने आने से पृथ्वी पर खतरा मंडराने लगा है। जिसकी वजह से वैज्ञानिक काफी सतर्क हो गये हैं। नासा की इस रिपोर्ट ने काफई लोगों को चौंका दिया है।

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