नई दिल्ली : अनुसूचित जाति/जनजाति संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ आंदोलनरत धर्मगुरू देवकीनंदन ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिली है। भागवताचार्य को धमकी 11 सितंबर की रात को दी गई है। इस बारे में उन्होंने कोतवाली वृन्दावन में तहरीर दी तथा उसके आधार पर एनसीआर दर्ज कर ली गई है।
वृन्दावन का संत समाज विरोध कर रहा है
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट से संबंधित लाए गए अध्यादेश के खिलाफ वृन्दावन का संत समाज विरोध कर रहा है, जिसकी अगुवाई देवकीनंदन ठाकुर कर रहे हैं। ठाकुर को 11 सितंबर को धारा 151 के तहत आगरा में उस समय एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उनकी गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला
धर्मगुरू ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण उन्हें विदेश भागवत कथा कहने के लिए जाना पड़ रहा है लेकिन विदेश से लौटकर वे वकीलों से बात करेंगे और अपनी गिरफ्तारी के विरोध में मानहानि का मुकदमा या कोई अन्य मुकदमा भी आगरा प्रशासन के खिलाफ दायर करेंगे। उनका कहना था कि उनकी गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।
ठाकुर ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट का उल्लंघन करने वाले को यदि सजा मिलती है तो उससे उन्हें किसी प्रकार का परहेज नहीं है, लेकिन उसका दुरूपयोग कर यदि किसी निर्दोष को इसमें फंसाया जाता है तो उनका विरोध इस पर है। अक्टूबर के अंत में जब वापस वृन्दावन आएंगे तो पुन: एक्ट के दुरूपयोग के खिलाफ चल रहे आंदोलन को गति देंगे।