नई दिल्ली: अब जल्द ही पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर ‘बांग्ला’ हो जाएगा। गुरूवार को राज्य के विधानसभा में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है जिसे अब गृह मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद राज्य का नाम पश्चिम बंगाल से बदलकर बांग्ला कर दिया जाएगा। इससे पहले केंद्र ने नाम बदलने का प्रस्ताव राज्य को लौटा दिया था।
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दरअसल तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अलग-अलग भाषाओं में राज्य के तीन नाम सुझाए थे। इसका नाम बंगाली में ‘बांग्ला’, हिंदी में ‘बंगाल’ और अंग्रेजी में ‘Bengal’ का प्रस्ताव राज्य सरकार ने दिया था लेकिन केंद्र ने इसे वापस लौटा दिया था। इसे लेकर केंद्र ने तर्क दिया था कि एक ही राज्य के नाम तीन अलग-अलग भाषाओं में नहीं हो सकते हैं। सरकार का कहना था कि राज्य को किसी एक नाम का चयन करना होगा।
केंद्र के तरफ से लौटाए गए प्रस्ताव के बाद राज्य सरकार ने एक बार फिर विधानसभा में बांग्ला नाम पास करवाया और इसकी मंजूरी के लिए केंद्र के पास भेज दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाम बदलने का विचार उस वक्त शुरू किया जब उन्होंने पाया कि राज्यों की सूची में पश्चिम बंगाल का नाम सबसे नीचे आता था। इस कारण मीटिंगों में मुख्यमंत्री के बोलने का नंबर या तो सबसे अंत में आता था या कभी बार नहीं भी आता था। जिसको लेकर सरकार ने यह अहम फैसला लिया है।
ऋतु राज