केंद्रीय मंत्री उमा भारती से लेने के बाद उन्हें पेय जल और स्वच्छता मंत्रालय सौंपा गया है। माना जा रहा था कि पीएम मोदी उनके काम से खुश नहीं हैं इसलिए उनसे मंत्रालय लिया गया है। कहा जा रहा था कि उमा भारती नामामि गंगे परियोजना को लागू करने में विफल रही हैं इसलिए पीएम मोदी उनसे खासा नाराज चल रहे हैं। लेकिन उमा भारती ने ऐसी सभी अटकलों को सिरे से खारिज किया है। उमा भारती का कहना है कि वह नामामि गंगे योजना पर विफल नहीं हुई हैं। उनके अनुसार इस योजना में जो काम करने की जरूरत थी वह काम किया गया है।
उमा भारती के अनुसार पीएम मोदी ने उन्हें तीन सालों में सिर्फ दो बार ही टोका है। उमा भारती के अनुसार सिर्फ मोटा होने के लिए पीएम मोदी ने उन्हें टोका है। उमा भारती के अनुसार नितिन गडकरी ने उनसे खुद गंगा मुद्दे पर जुड़ा होने की बात कही है। उमा भारती ने मीडिया को बताया कि वह पेयजल और स्वच्छता मंत्री के तौर पर जगह जगह नदी किनारे बसे गांवों का दौरान करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि वह लोगों को जागरुक करने के मकसद से गांवों में यात्रा करेंगी।
उनके अनुसार यात्रा को अवज्ञा के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उमा भारती ने बताया है कि पीएम मोदी अगर उनसे नाराज होते तो उन्हें नया मंत्रालय नहीं दिया जाता। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने उन्हे सिर्फ दो बार टोका है वो भी मोटा होने के लिए। आपको बता दें कि मोदी कैबिनेट के तीसरी बार विस्तार होने पर माना जा रहा था कि उमा भारती से पीएम मोदी नाराज चल रहे हैं।