लखनऊ: नगर निगम का सदन हंगामे के साथ शुरू हुआ। पार्षदों ने कई समस्याओं के बारे में जानकारी दे कर जमकर हंगामा किया। कहीं सड़कें धंसी हुई है तो कही बारिश का पानी भरा हुआ है।
पार्षदों का आरोप
नगर निगम की सड़कें धंसी, बारिश में जलभराव, पूरा लखनऊ क्षतिग्रस्त, बीजेपी पार्षद नागेंद्र सिंह का आरोप, मेरे घर मे आ रहा गंदा पानी, लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर बर्बाद किया जा रहा।
कांग्रेस पार्षद अमित चौधरी की मांग
50 साल पुरानी पाइप लाइन, नई पाइप लाइन बिछाई जाए, डीपीआर बनाया जाए, साफ पानी नहीं दे पाना शर्म की बात, लखनऊ से प्रदेश की व्यवस्था चलती है, हम वहीं सुविधाएं नहीं दे पा रहे है।
भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड- पार्षद रानी कनौजिया- पानी की टंकी बंद है चारों ओर 200 मकान, पानी की टंकी जर्जर होने के साथ लोगों की जान खतरे में है। जल निगम ने नई टंकी बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
हुसैनाबाद में सीवर लाइन नहीं खुली। नाली गंदगियों से भरी हुई है। पिछली बार शिकायत करने से भी कोई हल नहीं निकला।
वार्ड सरोजनीनगर प्रथम
पार्षद रामनरेश रावत ने कहा केसरीखेड़ा में पानी की टंकी के लिए जमीन चिन्हित की गई थी। लेकिन अभी तक पानी की टंकी नहीं लगाई है। हैंडपंप खराब है। और वाटर लेवल काफी नीचे है। नलकूप का काम नहीं हुआ इसके साथ ही सरकारी योजनाए बदहाल है।
नगर निगम के वार्डों में पेयजल की सुविधा होनी चाहिए। अधिकारी अपने पद की जिम्मेदारी नहीं समझते, नया मंत्रिमंडल बना लेकिन पानी नहीं मिला, पेयजल की व्यवस्था शासन करवाये, लंबी लाइन बिछवाना पार्षद के बस का नहीं।
110 वार्ड की समस्या जब पार्षद जनता से बात कर जमीन मुहैय्या करवाता है तो उस पर काम करें, 2022 का चुनाव आने वाला है, हम किस मुद्दे पर जनता के बीच जाएंगे, सरकार को अधिकारी बदनाम कर रहे है।
हम शर्मिंदा होते है-कुमकुम
कुमकुम राजपूत ने सड़क पर उतरने की धमकी दी, जनता के मुद्दों का समाधान नहीं हुआ, पार्षद होना शर्मिंदगी का विषय बन गया। जनता हमारें घर आकर बैठ जाती है, हम शर्मिंदा होते हैं कि काम नहीं करा पा रहे।
कांग्रेस पार्षद ने कहा समस्याएं हल नहीं हो रही
कांग्रेस पार्षद दल की नेता जल निगम के अधिकारियों पर नगर निगम का कोई जोर है। इस बात की जानकारी दें। क्या नगर निगम के अधिकारी जल निगम से काम करा सकते हैं। जल निगम कहता है बजट नहीं, समस्याएं हल नहीं होतीं।
नगर आयुक्त ने कहा जल निगम स्वतंत्र है। उनसे सामंजस्य बनाते हैं, डीएम के जरिये काम करवाया जाएगा। जल निगम के एमडी और पुलिस नगर निगम के अधिकारी बैठक करेंगे रोड कटिंग जैसी समस्याओं पर बात होगी, सड़कों की एक पूरी सूची बन रही है। सभी सूची को एकसाथ बनाकर डीएम को देंगे, 17 सड़कें में 4 जल निगम, 13 पीडब्ल्यूडी सही करवाएंगा।
पार्षद की मांग
जल निगम के बजट की जांच होनी चाहिए। इसके लिए समिति बनाई जाए। नगर निगम के अधिकारी समिति में हों।
जल निगम एमडी-जल निगम स्वतंत्र है पैसा शासन से दिया जा रहा है। रोड कटिंग का का हम करेंगे, किसी का हस्तक्षेप नहीं होगा।