मुजफ्फरनगर। बीते शनिवार को मुजफ्फरनगर के खतौली में भीषण ट्रेन हादसा होने से करीब 23 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोग रूप से घायल हो गए हैं। इनमें से 26 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद है। बचाव कार्य लगातार जारी है। मुजफ्फरनगर में होने वाले इस दर्दनाक हादसे में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पटरियां कटी हुई मिली हैं। वहां से पटरियां काटने वाले कई औजार मिले हैं। खबर है कि मुजफ्फरनगर खतौली ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था। इसके बाद सवाल ये उठता है कि अगर ट्रैक पर काम चल रहा था तो फिर उस ट्रैक पर ट्रेन को जानें क्यों दिया गया।
एटीएस की टीम मौके पर पहुंची
बता दें कि ट्रेन संख्या 18477 कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस पुरी हरिद्वार की ओर जा रही थी। इसी बीच ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा इतना भीषण था कि ट्रैक पर से उतरे डिब्बे आसपास की इमारत और मकानों में घुस गए। हादसा होने से ट्रेन के कई डिब्बे एक दूसरे में धंस गए। डिब्बों को एक दूसरे से अलग करने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया। हादसे के बाद मेरठ अंबाला, सहारनपुर ट्रैक को बंद कर दिया गया। हादसे के बाद एटीएस की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि हादसे के पिछे अभी किसी भी तरह का कोई टेरर एंगल नजर नहीं आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घायलो और मरने वालों के परिजनों को दिया जाएगा मुआवजा
वहीं एक तरफ जहां राहत कार्य जारी है तो वहीं दूसरी तरफ रेलवे ट्रैक के मरम्मत का काम भी किया जा रहा है। खबर है कि 24 घंटे में ये ट्रैक फिर से चालू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को लेकर दुख जाहिर किया। रेलमंत्रालय पूरी तरह हादसे पर नजर रखे हुए है। यूपी सरकार लोगों की मदद के लिए सभी सुविधाएं मुहैया करा रही है। साथ ही सरकार ने घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना की है। सरकार ने हादसे में घायलों और मरने वालों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की है। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने हादसे में मरेने वाले लोगों को 5 लाख और रेल मंत्रालय ने 3.5 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।