नई दिल्ली। भाजपा से निष्कासित हुई असम की मुस्लिम महिला नेता ने भाजपा पर गम्भीर आरोप लगा दिए हैं। उनका कहना है कि मुस्लिम होने के नाते भाजपा ने उसे 3 तलाक दे दिया है। उनका कहना है कि म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों के समर्थन में उन्होने कई बयान दिए थे। उन्होने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए म्यांमार सरकार का विरोध जताया था।
भाजपा की असम में इस मुस्लिम नेता का नाम बेनजीर आरफान है। जिनको पार्टी ने बीते साल 2016 में विधानसभा चुनाव में टिकट भी दिया था। लेकिन अब पार्टी लाइन से अलग बयानबाजी करने के चलते इनको पार्टी ने चलता कर दिया है।
हांलाकि बेनजीर ने अपनी पोस्ट को फेसबुक से डिलीट कर दिया है। बेनजीर का कहना है कि मुझे बिना कारण बताए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत दास ने पार्टी से निलंबित कर दिया है। मेरी बस यही गलती थी कि मैने रोहिंग्या शरणार्थियों पर म्यांमार सरकार के अत्याचार का विरोध करते हुए भारतीय सरकार को इस मामले में दखल देने का अनुरोध किया है। हांलाकि माने पोस्ट को डिलीट कर दिया था। इसके साथ ही मैने अपनी पोस्ट के लिए आरएसएस से भी माफी मांगी थी। लेकिन पार्टी ने बिना स्पष्टीकरण मांगे मुझे कोई मौका दिए बिना ही पार्टी से बाहर कर दिया।
बेजनीर ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से पार्टी ने मैसेज भेज कर मुझे निलंबित किया है। ये किसी तीन तलाक से कम नहीं है। इसके पीछे का कारण यही है कि मैं एक मुसलमान महिला हूं। अब इस मामले में मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से अनुरोध कर रही हूं कि वो जिस तरह से महिलों के लिए तीन तलाक और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं जैसी योजनाओं पर का कर रहे हैं मेरे मामले में भी ध्यान देते हुए मुझे भी इंसाफ दिलाएंगे।