भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भुवनेश्वर में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शिरकत की। उन्होंने इस बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कई मुद्दे उठाए जिनमें ट्रिपल तलाक भी शामिल था। पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहा, तीन तलाक पर मुस्लिम बहनों को दिक्कत हो रही है, जल्द ही उनकी समस्यों का समाधान होना चाहिए। हम सभी को नए इंडिया के मामले पर आगे बढ़ना चाहिए।
पीएम मोदी कई बार तीन तलाक के मुद्दे की बात उठाते आए है और रविवार (16-4-17) को एक बार फिर से इस मुद्दे को उठाया। इसके साथ ही इस बैठक में पीएम ने कार्यकर्ताओं को संयम बरतने को कहा। पीएम मोदी ने हिदायत देते हुए कहा कि आप जीत से ज्यादा उत्साहित नहीं हो।
वहीं मोदी के इस बयान से कुछ ही देर पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने भी तीन तलाक मुद्दे पर अपनी राय रखी। बोर्ड ने कहा मौलाना वली रहमानी ने कहा कि वो तीन तलाक की पाबंदी के खिलाफ है। शरई कानूनों में किसी भी तरह की दखलंदाजी को सहन नहीं करेंगे।
जानिए बोर्ड ने क्या कहा?
-बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा कि वो शरई कानूनों में किसी तरह की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
-देश के ज्यादातर मुसलमान मुस्लिम पर्सनल लॉ में किसी भी तरह का फेरबदल नहीं चाहते।
-मुस्लिम दहेज के बजाय संपत्ति में हिस्सा दें, ताकि तलाकशुदा की सहायता की जाए।
-तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही अपनी राय रखेंगे।
-जिन महिलाओं के साथ तीन तलाक में अन्याय हुआ है बोर्ड उनको हर मुमकिन मदद देगा।
-सर्वे के अनुसार तलाक को जितना बढ़ चढ़ाकर पेश किया गया है मामला उतना गंभीर नहीं है।
-सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर इस्लाम और शरीयक के खिलाफ भ्रम दूर किया जाएगा।
-बोर्ड ने कहा कि शरीयत कारणों के बिना तीन तलाक देने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
-शरीयत के हिसाब से हमेशा निकाह का रिश्ता कायम रहे लेकिन मियां-बीबी में विवाद होने पर आचार संहिता का जारी हो रहा है।
-कोई भी मुस्लिम शादी में फिजूलखर्ची से बचें।