नई दिल्ली। लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव और भारत में राजनीतिक दलों में लगातार चुनाव जीतने पर चुनाव आयुक्त ओपी रावत के बयान पर मुख्तार अब्बास नकवी ने चुनाव आयुक्त के बयान को खारिज करते हुए कहा कि भारत में चुनाव में को पक्ष नहीं होता और न ही कोई बाधाएं होती है। वो निष्पक्ष और स्वतंत्र होते हैं। चुनाव आयुक्त के बयान पर नकवी ने कहा कि जो भी राजनीतिक पार्टियां चुनाव लड़ती हैं वो जीतने के लिए ही लड़ती है और दूसरी बात ये है कि चुनाव में नीति होना जरूरी है। साथ ही नियत होनी चाहिए। नकवी का कहना है कि चुनाव में आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति और विकास की बात होनी चाहिए और हम वही करते हैं। हम सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। जब बीजेपी मैदान में उतरती है तो उसका सबसे बड़ा मुद्दा विकास का होता है।
बता दें कि नकवी ने कहा कि सबसे सही स्थिति ये है कि लोकसभा और राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए इससे खर्चा भी कम होगा और वक्त की भी बचत होगी। हमारे देश का चुनाव साफ-सुथरा हे हमें नहीं लगता इसमें अविश्वास की कोई जगह है। व्यवस्था के प्रति आम लोगों का विश्वास है हमारे देश के चुनाव की प्रक्रिया व्यवस्था और देशों के मुकाबले काफी बेहतर है। इसलिए दूसरे देश हमारे यहां की चुनावी प्रक्रिया को लिखते भी हैं और उसका अध्ययन भी करते हैं। बता दें कि ओपी सिंह ने बयान दिया था कि आज के वक्त में राजनीतिक पार्टियों का बस एक ही उद्देशय बन गया चुनाव जीतना फिर चाहे वो कैसे भी जीता जाए। लोकिन लोकतंत्र तभी अच्छा लगता है जब चुनाव निष्पक्ष और सही तरीके से किया जाए।