कानपुर गोली कांड में 8 पुलिस कर्मियों को शहीद करने वाले विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन महाकल मंदिर से पकड़ लिया था।
कानपुर। कानपुर गोली कांड में 8 पुलिस कर्मियों को शहीद करने वाले विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन महाकल मंदिर से पकड़ लिया था। लेकिन मध्य प्रदेश से यूपी लते वक्त विकास दुबे जिस गाड़ी में था एसटीएफ की वो गाड़ी पलट गई। इसी का मौता देखकर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की तो पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
बिकरू कांड के बाद विकास उत्तर प्रदेश के टॉप-3 अपराधियों में शामिल हुआ था। उस पर शासन की ओर से पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। जिससे वह प्रदेश का सबसे बड़ा इनामिया बन गया था। एडीजी जेएन सिंह ने बताया कि एमपी पुलिस ने विकास को महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया था।
https://www.bharatkhabar.com/sports-minister-upendra-tiwari-of-yogi-government-corona-positive/
इसके चलते अब यह इनामी राशि शासन की ओर से एमपी पुलिस को दी जाएगी। इसकी एक रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। दूसरी तरफ एडीजी ने बताया कि एनकाउंटर करने वाली पुलिस और एसटीएफ टीम को कोई इनाम नहीं दिया गया है। इस पर शासन फैसला लेगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मार गया। कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में विकास दुबे मुख्य आरोपी था। इस वारदात के बाद विकास दुबे पर 5 लाख का इनाम रखा गया था। पुलिस की माने तो उज्जैन से कानपुर लाते समय विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इस दौरान एनकाउंटर हुआ और वह मारा गया।