वाराणसी: काशी नगरी भी कोरोना का प्रकोप झेल रही है। सांसद मोदी ने इसी पर रविवार को एक समीक्षा बैठक की। क्षेत्रवासियों के लिए उनकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री से हटकर थोड़ी ज्यादा हो जाती है। कोरोना वायरस की नई लहर से निपटने के लिए एक अहम बैठक की, जिसमें कई मुद्दों और रणनीतियों पर चर्चा हुई।
सुबह 11:00 बजे प्रधानमंत्री ने की बैठक
कोरोना महामारी से निपटने के लिए सांसद मोदी ने समीक्षा बैठक रविवार 11:15 बजे की। इस दौरान इस बैठक में कई आला अधिकारी, स्थानीय प्रशासन के लोग और डॉक्टर मौजूद रहे। जिले में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उसकी रोकथाम के उपायों पर विचार विमर्श किया गया। पहले अधिकारियों ने जमीनी हकीकत और स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री को अवगत कराया।
हुए कई सवाल जवाब
समीक्षा बैठक में वाराणसी प्रशासन की तरफ से किए जा रहे प्रयासों चिकित्सा सुविधाओं और अन्य विषयों पर पीएम को जानकारी दी गई। उनकी तरफ से अधिकारियों से कई सवाल भी पूछे गए और रोकथाम के उपाय भी बताए गए। इसके साथ ही शहर में बेड की उपलब्धता, चिकित्सा कर्मचारियों की सेहत और वैक्सीनेशन जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई।
शनिवार को वाराणसी में 1600 से अधिक नए मामले
अगर अकेले वाराणसी की बात करें तो यहां शनिवार को 1664 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। यह एक चौंकाने वाली बात है और इसने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। वाराणसी ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में इस समय स्थिति काफी बिगड़ रही है। बीते 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो 27,357 नए संक्रमित मरीज मिले हैं और 120 लोगों की मौत हुई है। कुल 7830 लोग डिस्चार्ज होकर अपने घर भी लौट चुके हैं। राजधानी लखनऊ की स्थिति सबसे खराब है, यहां 5513 नए मामले सामने आए।
प्रदेश के खराब हालात पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की तरफ से लगातार निगरानी रखी जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ में कई सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। इसी क्रम में सांसद मोदी ने भी वाराणसी के अधिकारियों से विशेष बातचीत की और स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से पहले ही संक्रमण को रोकने के लिए रविवार को लॉकडाउन और पूरे हफ्ते नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया जा चुका है।